लद्दाख में आज मनाई जा रही ईद, सऊदी अरब-भारत में कब मनाई जाएगी…यहां देखिए

लद्दाख में आज मनाई जा रही ईद, सऊदी अरब-भारत में कब मनाई जाएगी...यहां देखिए

लद्दाख में आज मनाई जा रही ईद, सऊदी अरब-भारत में कब मनाई जाएगी…यहां देखिए
Modified Date: November 29, 2022 / 07:52 pm IST
Published Date: May 23, 2020 10:14 am IST

रायपुर। ईद-उल-फित्र (Eid ul Fitr) मुस्लिमों का सबसे बड़ा त्योहार है, जो रमजान के महीने के पूरा होने पर मनाया जाता है। इस बार ईद का त्योहार 24 या 25 मई को मनाया जाएगा। दरअसल, ईद-उल-फित्र का त्योहार रमजान के 29 या 30 रोजे रखने के बाद चांद देखकर मनाया जाता है। ईद-उल-फित्र के साथ ही रमज़ान का महीना खत्म हो जाता है।

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सऊदी अरब में इस साल यानी 2020 में ईद उल फित्र का त्योहार रमज़ान के पूरे 30 रोज़े रखने के बाद मनाया जाएगा, दरअसल, सऊदी अरब, यूएई और कई खाड़ी देशों में 22 मई को ईद का चांद दिखाई नहीं दिया इसलिए 23 मई को ईद नहीं मनाई गई, सऊदी अरब समेत तमाम खाड़ी देशों में 24 मई यानी रविवार को ईद मनाई जाएगी।

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वहीं भारत में 24 मई को चांद दिखाई देने की उम्मीद है, जिसके बाद 25 मई को ईद का त्योहार मनाया जाएगा। वहीं, लद्दाख में 22 मई को ईद का चांद दिखाई दिया, जिसके बाद आज यानी 23 मई को ईद मनाई जा रही है। कोरोना संकट को देखते हुए इस साल सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही ईद का त्योहार मनाना होगा।

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ईद की नमाज़ जमात के साथ यानी ग्रुप में पढ़ी जाती है, लेकिन इस बार कोरोना संकट को देखते हुए सभी धार्मिक स्थल बंद हैं, इसलिए मस्जिद में नमाज अदा करने की इजाजत नहीं है। एक तरफ जहां प्रशासन मुस्तैद है तो वहीं, मौलाना और उलेमाओं की तरफ से घर में ही ईद की नमाज़ पढ़ने की अपील की जा रही है।

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साथ ही लोगों से कहा जा रहा है कि कोई भी व्यक्ति ईद के दौरान घर से न तो बाहर निकले और न ही इबादत के लिए मस्जिद जाए, घर में ही हंसी-खुशी ईद का त्योहार मनाएं। बता दें कि ईद के दिन मुस्लिम धर्मावलंबियों के घर सिवईयां, शीर समेत कई तरह के मीठे पकवान बनते हैं, एक-दूसरे से गले मिलकर सारे गिले-शिकवा दूर किए जाते हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com