Rajyog 2024: नए साल में नई खुशियां, बनने जा रहे दो बड़े राजयोग, 4 राशियों के लिए होंगे बेहद लकी साबित
Laxmi Narayan/Budhaditya rajyog 2024 18 जनवरी को बन रहे है 2 बड़े राजयोग, 4 राशियों का चमकेगा भाग्य, गोल्डन टाइम, करियर-व्यापार में तरक्की
Laxmi Narayan Yog
Laxmi Narayan/Budhaditya rajyog 2024: हर व्यक्ति के जीवन में ग्रहों का काफी महत्व होता है। ग्रहों के गोचर करने से हर राशियों के जातकों पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बता दें समय समय पर ग्रह एक राशी से दीसरी राशी में गोचर करते है। जिसके चलते कई ऐसे योग और राजयोग बनते है जिससे व्यक्ति रातों रात मालामाल या कंगाल भी हो जाता है।
Laxmi Narayan/Budhaditya rajyog 2024: ज्योतिष के अनुसार जब भी कोई ग्रह एक निश्चित समय के बाद राशि बदलता है तो उसे गोचर कहते है । अगर इस दौरान एक ही राशि में दो ग्रह आ जाए तो इससे ग्रहों की युति बनती है और राजयोग का निर्माण होता है, ऐसे ही 3 ग्रहों बुध, शुक्र, गुरू और चन्द्रमा की आपस में युति जनवरी में बनने वाली है, जिससे 2 राजयोग का निर्माण होगा जो 4 राशियों के लिए बेहद लकी साबित होगा।
Laxmi Narayan/Budhaditya rajyog 2024: ज्योतिष के मुताबिक ग्रहों के राजकुमार और बुद्धि, तर्क शक्ति के कारक बुध 7 जनवरी को वृश्चिक से निकलकर धनु राशि में गोचर करने वाले है, वही भौतिक सुख-सुविधाओं, सौंदर्य और यश के कारक शुक्र भी 18 जनवरी को वृश्चिक से धनु में आ जाएंगे। इस दौरान धनु राशि में शुक्र और बुध की युति से लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होगा। वही 18 जनवरी को चन्द्रमा मेष राशि में गोचर करेंगे, जहां पहले से ही गुरू मार्गी अवस्था में विराजमान है, ऐसे में गुरू चन्द्रमा की युति से एक बार फिर गजकेसरी राजयोग बनेगा।
4 राशियों के लिए बेहद लकी साबित होंगे ये राजयोग
धनु राशि
Laxmi Narayan/Budhaditya rajyog 2024: गजकेसरी और लक्ष्मी नारायण राजयोग का बनना जातकों के लिए बेहद लकी साबित होने वाला है। बुध शुक्र के संयोग से आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। आय में वृद्धि होगी और आय के नए स्त्रोत भी खुलेंगे।जीवनसाथी की इस समय तरक्की हो सकती है। अविवाहित लोगों के लिए शादी के प्रस्ताव आ सकते है। गजकेसरी राजयोग से संतान से संबंधित कोई शुभ समाचार मिल सकता है। आकस्मिक धन की भी प्राप्ति हो सकती है। समाज में मान- सम्मान और प्रतिष्ठा की भी प्राप्ति होगी।
कुंभ राशि
Laxmi Narayan/Budhaditya rajyog 2024: लक्ष्मी नारायण राजयोग का बनना बेहद शुभ सिद्ध हो सकता है।आय में जबरदस्त बढ़ोतरी हो सकती है। निवेश में सफलता हासिल करेंगे। आय के नए- नए सोर्स बनेंगे । इस अवधि में आपको संतान से जुड़ा कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। पुत्र या पौत्र की प्राप्ति हो सकती है। बुध और शुक्र के संयोग धन का आगमन अच्छा रहेगा। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी से भी धनलाभ के योग हैं।
मेष राशि
Laxmi Narayan/Budhaditya rajyog 2024: करियर में नई सफलता मिलेगी।आय के नए स्त्रोतों से धन लाभ होगा।नौकरी और कारोबार में उन्नति के नए अवसर मिलेंगे। लक्ष्मी नारायण राजयोग और बुध शुक्र का संंयोग से किस्मत का साथ मिल सकता है। योजनाओं में सफलला मिल सकती हैंं।किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। पिता और पैतृक संपत्ति का भी आपको सुख मिलेगा। देश- विदेश की यात्रा पर जा सकते हैं। वहीं प्रतियोगी छात्रों के लिए यह समय शानदार रहेगा।
मीन राशि
Laxmi Narayan/Budhaditya rajyog 2024: लक्ष्मी नारायण और गजकेसरी राजयोग के बनने से जातकों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। नौकरीपेशा का वेतन और पद बढ़ सकता है। मान-सम्मान और धन में वृद्धि होगी। बेरोजगार को नौकरी के नए अवसर प्राप्त हो सकते है । व्यापारियों के इस समय अच्छा धनलाभ हो सकता है, व्यापार का विस्तार हो सकता है। आकस्मिक धन की प्राप्ति होने के आसार है।लंबे समय से अटका और फंसा हुआ धन वापस मिल सकता है। सामाजिक क्षेत्र में आपकी प्रतिष्ठा और प्रभाव में वृद्धि होगी। सेहत का ख्याल रखें।
कब बनता है कुंडली में लक्ष्मी नारायण राजयोग
Laxmi Narayan/Budhaditya rajyog 2024: ज्योतिष शास्त्र में लक्ष्मी नारायण योग का विशेष महत्व माना जाता है, इसे बेहद ही शुभ माना गया है। जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है। इस राजयोग से धन संपत्ति के साथ करियर और कारोबार में बड़ा लाभ मिलता है, लक्ष्मी जी की कृपा बरसती है।वही गजकेसरी योग मतलब हाथी के ऊपर सवार सिंह। इस योग में चंद्रमा की युति गुरु, बुध और शुक्र के साथ होती है। अगर चंद्रमा गुरु, बुध और शुक्र में से किसी एक से भी केंद्र में हो तो गजकेसरी योग का निर्माण जातक की कुंडली में होता है या अगर किसी जातक की कुंडली के लग्न,चौथे और दसवें भाव में गुरु-चंद्र साथ हो तो इस योग का निर्माण होता है। चंद्र या गुरु में से कोई भी एक दूसरे के साथ उच्च राशि में हो तो भी यह योग बनता है।यह योग जिस व्यक्ति की कुंडली में होता है वह गुणवान, ज्ञानी और उत्तम गुणों वाला होता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, IBC24 किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)
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