Hartalika Teej 2023 : कब है हरतालिका तीज 2023? यहां देखें व्रत का शुभ मुहूर्त और पूजन का महत्व
Hartalika Teej 2023: हिंदू धर्म में हरतालिका तीज का विशेष महत्व है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरतालिका तीज मनाई जाती है।
Hartalika Teej 2023
Hartalika Teej 2023 : नई दिल्ली। देश में कई त्योहार और व्रत रखे जाते है। जिनमें से एक महत्वपूर्ण व्रत है हरतालिका तीज। सुहागिनों और कुंवारी कन्याओं के सबसे बड़े पर्व में से हरतालिका तीज भी है। हिंदू धर्म में हरतालिका तीज का विशेष महत्व है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरतालिका तीज मनाई जाती है। ये पर्व भगवान शिव और माता पार्वती से जुड़ा है। इस दिन भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करते हैं। महिलाएं तीज में निर्जला व्रत रखती हैं और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
हरतालिका तीज 2023 कब है?
Hartalika Teej 2023 : भाद्रपद का महीना 31 अगस्त 2023 से शुरू होगा। इस माह में हरतालिका तीज 18 सितंबर 2023 को है। हरतालिका तीज व्रत के अगले दिन गणेश चतुर्थी होती है, इस दिन से 10 दिन का गणेश उत्सव शुरू हो जाता है।
क्या है मान्यता?- Hartalika Teej 2023
मान्यता है कि भगवान शिव ने माता पार्वती को इस व्रत से प्रसन्न होकर पत्नी रूप में स्वीकार करने का वरदान दिया था। कहा जाता है कि माता पार्वती ने शिव जी से विवाह के बाद भी इस व्रत को करना जारी रखा था। माता पार्वती ने मां गंगा को महिलाओं तक इस तीज का महत्व पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। मां गंगा के माध्यम से ही हरियाली तीज के व्रत रखने और पूजा की रीत धरती पर शुरू हुई।
हरतालिका तीज महत्व
हरतालिका तीज हरत और आलिका शब्द से मिलकर बना है। हरत यानी हरण और आलिका सहेली। हरतालिका तीज की कथा के अनुसार, पार्वतीजी की सहेलियां उनका अपहरण कर उन्हें घने जंगल में ले गई थीं, ताकि पार्वतीजी की इच्छा के विरुद्ध उनके पिता उनका विवाह भगवान विष्णु से न कर दें। यहां उन्होंने हरतालिका तीज का निर्जल व्रत रखा, रात्रि जागरण कर शिव की भक्ति में लीन रही थीं। इसके परिणाम स्वरूप उन्हें शिव जी पति के रूप में मिले, इसलिए सुहागनें भी पति की दीर्धायु के लिए इस दिन बिना पानी का व्रत रखती हैं और रात्रि जागरण कर शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। ये व्रत करवा चौथ के समान फलदायी माना गया है।

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