Publish Date - January 29, 2024 / 09:27 AM IST,
Updated On - January 29, 2024 / 09:27 AM IST
Nazar Shayari in Hindi: कविता के क्षेत्र में, कुछ विषय-वस्तु दृष्टि की बारीकियों जितनी ही आकर्षक और मनमोहक होती हैं। “नज़र शायरी“, या कविता जो टकटकी के रहस्य को उजागर करती है, भावनाओं की एक समृद्ध टेपेस्ट्री का खुलासा करती है, जिसमें प्रशंसा की कोमल दुलार से लेकर जांच की भेदी तीव्रता तक शामिल है।
देखने की क्रिया, चाहे क्षणभंगुर हो या लंबे समय तक रहने वाली, ने विभिन्न संस्कृतियों के कवियों को ऐसे छंद बुनने के लिए प्रेरित किया है जो समय और भाषा की सीमाओं से परे हैं।
नज़र शायरी की इस खोज में, हम टकटकी के पीछे अर्थ की परतों को उजागर करने के लिए एक काव्यात्मक यात्रा पर निकलते हैं – वे मूक दूत जो दिल की भाषा में बहुत कुछ बोलते हैं। हमारे साथ जुड़ें क्योंकि हम नज़र शायरी की विचारोत्तेजक दुनिया में डूब गए हैं, जहां हर नज़र प्यार, लालसा और आत्माओं के बीच गहरे संबंधों की कहानी बताने की क्षमता रखती है।
Nazar Shayari in Hindi
नजर नजर से मिली और नजर झुका ली हमने
नजर खोजती है तुम्हें जादू क्या किया तुमने
यु मेरी नज़रों में
वो मदहोश हो गए,
सोचा हाल-इ-दिल पुछू
वो बेहोश हो गए।
प्यार के फूल खिलते हैं तेरी मदहोश आंखों में,
जहां देखे तू एक नजर वहां खुशबू बिखर जाए।
आ गया है फर्क तुम्हारी नज़रों में यकीनन,
अब एक खास अंदाज़ से नज़र अंदाज़ करते हो!!।।
तेरे ख्वाबो को हमने
अपनी आंखों में सजाया है
तेरी मोहब्बत को हमने
अपनी रूह में बसाया है.!!
तेरी तिरछी नजर ने इस
दिल को घायल किया है
तेरी मोहब्बत ने
मुझे बेकरार किया है..!
तुम दिल की नजर मैं बस गए हो ऐसे
जिस्म में रूह बसती है जैसे
कुछ तो बात होगी उनमें,
यूं ही नही मेरी नज़रें
उनसे हटती नही।
महफ़िल में हम भी थे,
महफ़िल में वह भी थे,
हमने नज़र हटाई नहीं,
और उन्होंने नज़र मिलायी नहीं।
महबूब की निगाहों से भी चोट लगती है,
जब वो देख कर भी अनदेखा कर देता है।