तमिलनाडु के राज्य बाल आयोग से हमें एक रिपोर्ट मिली है। बताया गया कि चेन्नई में एक अपंजीकृत बाल आवास के निरिक्षण में पाया गया कि बच्चियों को रखकर जबरदस्ती क्रिस्चन धर्म की शिक्षा दी जा रही थी और उन्हें प्रताड़ित भी किया जाता है: प्रियांक कानूनगो, अध्यक्ष, NCPCR, झाबुआ, मध्य प्रदेश pic.twitter.com/Wp5MridnLR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 10, 2022