आकाश ने सासाराम से कोलकाता होते हुए तय किया भारतीय ड्रेसिंग रूम तक का सफर |

आकाश ने सासाराम से कोलकाता होते हुए तय किया भारतीय ड्रेसिंग रूम तक का सफर

आकाश ने सासाराम से कोलकाता होते हुए तय किया भारतीय ड्रेसिंग रूम तक का सफर

:   Modified Date:  December 16, 2023 / 05:59 PM IST, Published Date : December 16, 2023/5:59 pm IST

… कुशान सरकार …

नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) बंगाल के पूर्व गेंदबाज सौराशीष लाहिड़ी उस वक्त अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके तब भारतीय टीम में जगह बनाने वाले तेज गेंदबाज आकाश दीप ने उन्हें फोन किया। यह बिल्कुल स्वाभाविक भी था क्योंकि राज्य स्तरीय पर उनके पहले कोच के तौर पर लाहिड़ी ने एक क्रिकेटर के रूप में आकाश के विकास को करीब से देखा था। बंगाल के पूर्व ऑफ स्पिनर लाहिड़ी ने अपने करियर की सबसे अच्छी खबर मिलने के तुरंत बाद अपने शिष्य के साथ हुई बातचीत को याद करते हुए कहा, ‘‘आज, आकाश ने फोन किया और कहा, ‘सर, मैं तो ट्रेन था, पर ट्रेन को भी पटरी पर लाना होता है, वो आपने किया’।’’ राज्य की रणजी टीम के उनके नयी गेंद के साथी मुकेश कुमार पहले से ही भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा है। अब आकाश को अपनी क्षमता साबित करने के लिए एक या दो मौके मिलने की उम्मीद होगी जैसे वह पिछले चार वर्षों से बंगाल के लिए कर रहे हैं। बिहार के सासाराम के सुदूर गांव के एक मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले 27 वर्षीय आकाश को यहां तक पहुंचने के लिए संघर्षों का सामना करना पड़ा। कम समय के अंतराल में उनके पिता और बड़े भाई का निधन हो गया और परिवार का दूर-दूर तक खेलों को कोई नाता नहीं था। गोपालगंज के मुकेश की तरह ही आकाश ने भी बंगाल में टेनिस बॉल क्रिकेट से पहचान बनायी और फिर राज्य की ‘विजन 2020’ का हिस्सा बने। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आकाश आसनसोल के ‘खेप क्रिकेट’ (बंगाल में टेनिस बॉल टूर्नामेंट) में कम समय में ही ‘बड़ा नाम’ बन गये थे। उन्हें इस दौरान दुबई में भी एक गैर मान्यता प्राप्त टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला। लाहिड़ी ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि मैंने एक बार उससे पूछा था कि क्या उसके पास पासपोर्ट है। उसने जवाब दिया, ‘सिर्फ पासपोर्ट नहीं सर, उस पर ठप्पा (आव्रजन मुहर) भी लगा है। उसने मुझे बताया कि वह दुबई में एक बड़ी पुरस्कार राशि वाले टेनिस टूर्नामेंट में खेल चुका है।’’ बंगाल सीनियर टीम के पूर्व निदेशक जॉयदीप मुखर्जी ने उस वाकये को याद किया जब उन्होंने पहली बार आकाशदीप को गेंदबाजी करते देखा था। उन्होंने कहा, ‘‘यह रेंजर्स ग्राउंड था, जहां बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के दूसरे स्तर का लीग मैच हो रहा था। मैंने देखा कि जब एक तेज गेंदबाज एक छोर से गेंदबाजी कर रहा था, तो कीपर स्टंप के पीछे मुश्किल से 10 गज की दूरी पर खड़ा था, लेकिन दूसरे छोर के गेंदबाज के आने पर वह 35 गज पीछे खड़ा होता था। ’’ उन्होंने बताया, ‘‘मैंने तुरंत तत्कालीन अंडर-23 कोच लाहिड़ी को फोन किया और उन्होंने भी मुझे बताया कि उन्होंने उनके बारे में सुना है। हमने तत्कालीन कैब अध्यक्ष सौरव (गांगुली) को इसकी जानकारी दी और आकाश को विजन2020 में शामिल किया। आकाश को ईडन गार्डन में शयनगृह में रहने के लिए जगह भी दी गयी क्योंकि उनके पास कोई स्थायी जगह नहीं थी।’’ विजन 2020 में, बंगाल के पूर्व तेज गेंदबाज राणादेब बोस ने उनके साथ काम किया और टेनिस गेंद से उनका सफर नियमित क्रिकेट गेंद तक पहुंचा। प्रथम श्रेणी में 25 मैचों में 90 विकेट लेने वाले आकाश दीप की सबसे बड़ी ताकत उसकी गति और इनस्विंग गेंद करने की है। लाहिड़ी ने कहा, ‘‘वह लगातार आठ-10 ओवर तक तेज गति से गेंदबाजी कर सकता है। उसकी इनस्विंग गेंदबाजी कमाल की है और कलाई की सही स्थिति के कारण वह सीधी गेंद भी काफी अच्छी तरह कर पाता है।’’ भाषा आनन्द नमितानमिता

 

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