बल्लेबाजों की नाकामी से भारत के लंच तक सात विकेट पर 174 रन
बल्लेबाजों की नाकामी से भारत के लंच तक सात विकेट पर 174 रन
गुवाहाटी, 24 नवंबर (भाषा) तेज गेंदबाज मार्को यानसन की घातक गेंदबाजी के सामने प्रमुख बल्लेबाजों की नाकामी के कारण भारत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे एवं अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन सोमवार को यहां लंच तक अपनी पहली पारी में सात विकेट पर 174 रन बनाकर फॉलोऑन बचाने के लिए संघर्ष कर रहा था।
दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए थे। इस तरह से भारत अभी उससे 315 रन पीछे है। भारत को फॉलोऑन बचाने के लिए अभी 116 रन की जरूरत है जबकि उसके केवल तीन विकेट बचे हुए हैं।
लंच के समय वाशिंगटन सुंदर 33 और कुलदीप यादव 14 रन पर खेल रहे थे। यह दोनों अभी आठवें विकेट के लिए 52 रन जोड़ चुके हैं।
भारत का स्कोर एक समय एक विकेट पर 95 रन था लेकिन इसके बाद उसने 27 रन के अंदर छह विकेट गंवा दिए। अधिकतर भारतीय बल्लेबाजों ने गलत शॉट खेल कर अपने विकेट इनाम दिए। इनमें मुख्य रूप से साई सुदर्शन, ध्रुव जुरेल और कप्तान ऋषभ पंत शामिल हैं।
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से यानसन ने अभी तक चार विकेट लिए हैं। उन्होंने अपने लंबे कद का अच्छा फायदा उठाकर भारतीय बल्लेबाजों को अपनी शॉर्ट पिच गेंदों से निशाना बनाया।
यशस्वी जायसवाल (97 गेंदों में 58 रन) ने स्ट्रोक्स से भरपूर अर्धशतक जड़ा, लेकिन साइमन हार्मर की एक गेंद ने अचानक उछाल लिया जिस पर वह गच्चा खा गए और यानसन को कैच दे बैठे।
केएल राहुल (22) आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। वह भी जायसवाल के साथ 65 रन की साझेदारी के दौरान अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन केशव महाराज और हार्मर की दो गेंद ऐसी थी जिसने सुबह के सत्र का रुख पूरी तरह बदल दिया।
पिच में ज्यादा खामियां नहीं थीं और जायसवाल के आकर्षक स्ट्रोक-प्ले ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने हार्मर की गेंद को बार-बार लेंथ से स्वीप किया और महाराज की गेंद पर काउ कॉर्नर के ऊपर से छक्का भी जड़ा।
यहां तक कि राहुल भी दूसरे छोर पर सहजता से रन बटोर रहे थे लेकिन महाराज की टर्न लेती एक गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर पहली स्लिप में एडेन मार्करम के हाथों में चली गई।
साई सुदर्शन (15) की स्पिनरों के खिलाफ बैकफुट पर जाने और इस प्रक्रिया में विफल होने की कमजोरी फिर से खुलकर सामने आ गई।
जैसा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद में हुआ था, एक बार फिर वह हार्मर की गेंद को पुल करने के लिए बैकफुट पर चले गए लेकिन सही तरह से शॉट लगा पाए और रयान रिकलेटन ने मिडविकेट पर डाइव लगाकर कैच लपक दिया।
ध्रुव जुरेल (00) को चायकाल से ठीक पहले यानसन की गेंंद पर पुल करने की जरूरत नहीं थी। गेंद उम्मीद के मुताबिक गति से नहीं आई और गलत टाइमिंग से किए गए पुल को महाराज ने कैच में बदल दिया।
कप्तान ऋषभ पंत (07) का आउट होना सबसे निराशाजनक रहा क्योंकि दिन जब मुश्किल में थी तब उन्होंने आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने यानसन की उठती गेंद पर बेवजह शॉट लगाने के प्रयास में विकेटकीपर को कैच दिया। इसके बाद यानसन ने दोनों ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा (06) और नीतीश कुमार रेड्डी (10) को भी अपनी शॉर्ट पिच गेंदों पर पेवेलियन की राह दिखाई।
भाषा
पंत
पंत

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