किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहा हूं: कोहली
किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहा हूं: कोहली
नयी दिल्ली, छह दिसंबर (भाषा) भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 45 गेंद में नाबाद 65 रन की पारी खेलने के बाद कहा कि वह बिना किसी दबाव के खेल रहे हैं।
कोहली तीन मैचों की इस श्रृंखला में 302 रन के साथ सर्वोच्च स्कोरर रहे। पहले दो वनडे में शतक जड़ने के बाद तीसरे मैच में भी अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित करने के बाद उन्हें श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
भारत ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला को 2-1 से जीता।
कोहली ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो इस श्रृंखला में मैं जिस तरह से खेला, वह मेरे लिए सबसे संतोषजनक बात है। मैं वास्तव में किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहा हूं। मैंने पिछले दो-तीन साल से इस तरह नहीं खेला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पता है कि जब मैं इस तरह से बल्लेबाजी करता हूं तो यह टीम की बहुत मदद करता है। इससे मुझे आत्मविश्वास मिलता है कि मैं किसी भी स्थिति को संभालकर मैच का रूख टीम की ओर मोड़ सकता हूं।’’
कोहली ने माना कि एक बल्लेबाज के रूप में अनुभव चाहे कितना भी हो लेकिन ऐसे हालात आते हैं जब मन में संदेह होने लगता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ जब आप इतने लंबे समय तक खेलते हैं (15-16 साल) तो आप कई बार खुद पर संदेह करने लगते हैं। खासकर एक बल्लेबाज के रूप में जब एक गलती आपको आउट करा सकती है। यह एक खिलाड़ी के रूप में बेहतर होने की पूरी यात्रा है। यह आपको एक व्यक्ति के रूप में सुधारता है और यह स्वभाव को भी सुधारता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि मैं अब भी टीम के लिए योगदान दे पा रहा हूं। जब मैं इस तरह से खुलकर खेलता हूं तो मुझे पता है कि मैं छक्के मार सकता हूं। ऐसी परिस्थिति में आप हमेशा आत्मविश्वास से भरे रहते हैं। ’’
कोहली ने कहा कि तीन पारियों में से रांची में बनाया गया शतक उनके लिए सबसे खास रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘रांची में पहला (शतक) खास रहा क्योंकि मैंने ऑस्ट्रेलिया के बाद कोई मैच नहीं खेला था। रांची मेरे लिए बहुत खास है और मैं बहुत आभारी हूं कि ये तीनों मैच ऐसे रहे।’’
भारतीय कप्तान लोकेश राहुल ने कहा कि पहले दो मैचों में ओस के कारण गीली आउटफील्ड में गेंदबाजी करने के बाद गेंदबाजों को ब्रेक देना महत्वपूर्ण था।
राहुल ने दक्षिण अफ्रीका को 270 पर आउट करने पर कहा, ‘‘पहले दो मैचों में हमें कठिन परिस्थितियां मिलीं। ऐसे में गीली आउटफील्ड में गेंदबाजों के लिए ब्रेक मिलना अच्छा था। यह पिच बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छी थी लेकिन हम एक साथ कई विकेट चटकाने में सफल रहे।’’
भारत की जीत प्रसिद्ध कृष्णा (66 रन पर चार विकेट) और कुलदीप यादव (41 रन पर चार विकेट) का योगदान भी अहम रहा।
राहुल ने अपनी गेंदबाजी इकाई की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘हम बीच के ओवरों में दबाव बना पाए। प्रसिद्ध ने एक स्पैल में तीन विकेट लिए जो वास्तव में महत्वपूर्ण थे और फिर कुलदीप ने आकर एक ओवर में दो विकेट ले गए। वनडे क्रिकेट में आप इसी तरह टीमों पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।’’
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने कहा कि उनकी टीम भारत को बड़ा लक्ष्य देने में नाकाम रही।
उन्होंने कहा, ‘‘आज हम इसे और भी रोमांचक बनाना चाहते थे। बल्लेबाजी के लिहाज से हमने ज्यादा रन नहीं बनाए। दूधिया रोशनी में खेल आसान हो जाता है। शायद हमें समझदारी से काम लेना चाहिए था क्योंकि हमने जल्दबाजी में विकेट गंवा दिये थे। ’’
उन्होंने भारतीय टीम की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘भारतीय टीम ने अपनी क्षमता दिखाई। उन्हें बधाई। हम और भी ज्यादा समझदारी से खेल सकते थे। आप अगर पहले दो वनडे देखें तो हमने ऐसा किया। आज शायद हालात अलग थे। आप 50 ओवर के मैच में ऑल आउट नहीं होना चाहते। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे बल्लेबाजों को अच्छी शुरुआत मिली लेकिन वे इसे भुनाने में नाकाम रहे। क्विंटन (डिकॉक) ने शतक बनाया मैं भी अहम मौके पर आउट हो गया। भारत के पास अच्छे स्पिनर है और उन पर दबाव बनाना कभी आसान नहीं होता है। ’’
भाषा आनन्द नमिता
नमिता

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