नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) तोक्यो पैरालंपिक के रजत पदक विजेता योगेश कथूनिया ने मंगलवार को यहां खेलो इंडिया पैरा खेलों में एफ56 वर्ग की चक्का फेंक स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
कथूरिया ने 40.09 मीटर के प्रयास से पहला स्थान हासिल किया। वह जब नौ साल के थे तो उन्हें ‘गुइलेन-बैरी सिंड्रोम’ नाम की दुर्लभ ‘न्यूरोलॉजिकल’ बीमारी हो गयी थी।
उत्तर प्रदेश के वीरभद्र सिंह (36.24 मीटर) दूसरे और तमिलनाडु के प्रकाश वी (33.91 मीटर) तीसरे स्थान पर रहे।
भारत को पावर-लिफ्टिंग में पहला विश्व चैम्पियनशिप पदक दिलाने वाले परमजीत कुमार 49 किग्रा वर्ग में उम्मीदों पर खरा उतरते हुए 150 किग्रा के भारी वजन के साथ स्वर्ण पदक जीता।
गुजरात के दिलीप शुक्ला (121 किग्रा) और मायाभाई भाम्मर (105 किग्रा) ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किये।
जसप्रीत कौर ने पावरलिफ्टिंग में महिलाओं की 45 किग्रा स्पर्धा में 85 किग्रा के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता। गुजरात की सपना शाह और महाराष्ट्र की सोनम पाटिल ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
हरियाणा ने ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धाओं में वर्चस्व बनाया। पुरुषों की टी11 वर्ग की 400 मीटर स्पर्धा में हरियाणा के मदान (1:00.13) ने खिताब जीता। हरियाणा के तेमारा संतोष दूसरे और कर्नाटक के रवि कुमार तीसरे स्थान पर रहे।
महिलाओं के एफ56 और 57 वर्ग के गोला फेंक फाइनल में हरियाणा की पूनम शर्मा ने 6.99 मीटर से स्वर्ण पदक जीता। गुजरात की मीर सादिका ने रजत और मीनाक्षी एच जाधव ने कांस्य पदक हासिल किया।
भाषा नमिता आनन्द
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