खेलो इंडिया : ओलंपियन नटराज ने जीते तीन स्वर्ण, तैराकी में जैन विश्वविद्यालय का दबदबा |

खेलो इंडिया : ओलंपियन नटराज ने जीते तीन स्वर्ण, तैराकी में जैन विश्वविद्यालय का दबदबा

खेलो इंडिया : ओलंपियन नटराज ने जीते तीन स्वर्ण, तैराकी में जैन विश्वविद्यालय का दबदबा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:51 PM IST, Published Date : April 28, 2022/8:44 pm IST

बेंगलुरू, 28 अप्रैल (भाषा) ओलंपियन तैराक श्रीहरि नटराज ने खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल (केआईयूजी) में गुरुवार को यहां तीन स्वर्ण पदक जीते जिससे मेजबान जैन विश्वविद्यालय ने सोने के 14 तमगे जीतकर तरणताल में अपना दबदबा बनाया।

जैन विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाले नटराज ने 100 मीटर फ़्रीस्टाइल, 50 मीटर बैकस्ट्रोक और चार गुणा 200 मीटर फ़्रीस्टाइल रिले में स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने इन सभी स्पर्धाओं में नये रिकार्ड भी बनाये।

नटराज ने 100 मीटर फ्रीस्टाइल में 50.98 सेकेंड का समय निकालकर रूद्रांश मिश्रा के 2020 में बनाये गये 53.01 के रिकार्ड को तोड़ा। हीर शाह (मुंबई विश्वविद्यालय) ने 52.78 सेकेंड और आदित्य दिनेश (अन्ना विश्वविद्यालय) ने 52.79 सेकेंड का समय लेकर क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते।

नटराज ने 50 मीटर बैकस्ट्रोक में 26.10 सेकेंड का समय निकाला। शिव श्रीधर (जैन विश्वविद्यालय) ने 27.10 सेकेंड और सिद्धांत सेजवाल (पंजाब विश्वविद्यालय) ने 27.69 सेकेंड के साथ क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किये।

इसके बाद नटराज ने संजय जयकृष्णन, शिव श्रीधर और राज रेलेकर के साथ मिलकर चार गुणा 200 मीटर फ्रीस्टाइल रिले को आठ मिनट 06.87 सेकेंड के नये रिकॉर्ड समय के साथ पूरा किया।

सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय ने 8:22.17 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता, जबकि मुंबई विश्वविद्यालय ने 8:28.57 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक हासिल किया।

अन्ना विश्वविद्यालय के दानुश सुरेश (1:03.36 सेकेंड) ने 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, जबकि मुंबई विश्वविद्यालय के जय एकबोटे (1: 06.33 सेकेंड) और एडमास यूनिवर्सिटी के कृतयुश सिंह (1: 07.16 सेकेंड) ने रजत और कांस्य हासिल किये।

तीरंदाजी में उलटफेर देखने को मिले। महिला कंपाउंड के व्यक्तिगत वर्ग में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की मुस्कान किरार क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रही लेकिन अगले दौर में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय की स्नेह रानी से हार गयी।

पिछले साल की रजत पदक विजेता रागिनी मार्कू सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पायी।

पुरुष कंपाउंड स्पर्धा में भी उलटफेर हुआ जब पंजाबी विश्वविद्यालय के शीर्ष वरीयता प्राप्त कुलविंदर सिंह पहले दौर में शिवाजी विश्वविद्यालय के कुणाल शिंदे से 141-143 से हार गये।

भाषा पंत मोना

मोना

 

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