(फाइल तस्वीरों के साथ)
… कुशान सरकार …
नयी दिल्ली, एक मई (भाषा) मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच के दौरान पेट की मांसपेशियों में चोट के कारण तेज गेंदबाज मयंक यादव के इंडियन प्रीमियर लीग के राउंड रॉबिन चरण के बाकी बचे मैचों में खेलने की संभावना काफी कम है। मयंक पिछले चार सप्ताह में दूसरी बार चोटिल हुए हैं।
दिल्ली के इस 21 वर्षीय खिलाड़ी को हालांकि अपनी तेज गति से प्रभावित करने का ईनाम जल्द ही मिल सकता है। उन्हें उमरान मलिक, विदवथ कावेरप्पा, विशाक विजयकुमार, यश दयाल और आकाशदीप के साथ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा तेज गेंदबाजी अनुबंध दिया जाना लगभग तय है।
इस अनुबंध के बाद मयंक राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए ) की स्पोर्ट्स साइंस और मेडिकल टीम की देखरेख में रहेंगे जो उनकी आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपरजायंट्स (एलएसजी) से उनके चोट प्रबंधन और फिटनेस कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभालेगी।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘मयंक को चोट लगी है लेकिन यह ग्रेड एक की चोट होने की अधिक संभावना है। इससे उबरने में बहुत अधिक समय नहीं लगेगा। एलएसजी अगर प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई करता है, तो वह नॉकआउट मैच खेलने के लिए फिट हो सकता है। फिलहाल उनका आईपीएल के बाकी (लीग चरण) मैचों में खेलना संदिग्ध है।’’
मयंक ने आईपीएल के अपने शुरुआती मैचों में 155 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की और लगातार दो मैचों में मैन ऑफ द मैच रहे। वह अपने तीसरे मैच में चोटिल होने के बाद चार सप्ताह के लिए खेल से दूर हो गये।
फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद उन्होंने मंगलवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ वापसी की, लेकिन 3.1 ओवर फेंकने के बाद उन्हें डगआउट में वापस जाना पड़ा। उन्होंने इस दौरान 31 रन दिये।
मयंक अगर समय पर फिट होते तो टी20 विश्व कप में रिजर्व गेंदबाज के तौर पर उनका चयन हो सकता था लेकिन बीसीसीआई उनके मामले में अभी सावधानी बरत रहा है।
सूत्र ने कहा, ‘‘उन्हें जल्द ही तेज गेंदबाजी अनुबंध सौंपा जाएगा और एक बार जब वह बीसीसीआई की छत्रछाया में आ जायेगा , तो उसके विकास की व्यवस्थित रूप से निगरानी की जाएगी। राष्ट्रीय चयन समिति और भारतीय टीम प्रबंधन उसके मामले में जल्दबाजी से बचेगा और यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि वह फिटनेस के शीर्ष स्तर को बनाए रख सके।’’
भाषा आनन्द सुधीर
सुधीर