मेरे पदक ने दिखाया कि खेल और पढ़ाई साथ हो सकती है, IAS सुहास यथिराज

मेरे पदक ने दिखाया कि खेल और पढ़ाई साथ हो सकती है : नोएडा जिलााधिकारी सुहास यथिराज

मेरे पदक ने दिखाया कि खेल और पढ़ाई साथ हो सकती है, IAS सुहास यथिराज
Modified Date: November 29, 2022 / 08:23 pm IST
Published Date: September 8, 2021 5:57 pm IST

नई दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा) पैरालंपिक रजत पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी और नोएडा के जिलाधिकारी सुहास यथिराज का कहना है कि यह गलतफहमी है कि खेल और पढ़ाई साथ में नहीं हो सकती।

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अड़तीस साल के सुहास के एक पैर के टखने में जन्मजात विकार है। 2016 में इस खेल में आने के बाद उन्होंने हाल में तोक्यो पैरालंपिक में पदार्पण करते हुए रजत पदक हासिल किया।

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अपनी इस उपलब्धि के लिये उन्होंने अपने दिवंगत पिता की प्रेरणादायी भूमिका को श्रेय दिया।

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इस नौकरशाह ने यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद कारपोरेट नौकरी छोड़ दी थी। उन्होंने कहा कि वह नौकरी और अपने जुनून के बीच सही संतुलन बनाने के आदी हैं।

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उन्होंने कहा, ‘‘बचपन से ही मैं दो घंटे खेलता था, खेल हमेशा से पढ़ाई के साथ मेरे जीवन का हिस्सा रहा है। समाज में गलतफहमी ही है कि खेल और पढ़ाई साथ में नहीं हो सकती। ’’

 

 


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