नारायण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में संन्यास से वापसी कर वेस्टइंडीज को खुश होने का मौका दे सकते है: रसेल |

नारायण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में संन्यास से वापसी कर वेस्टइंडीज को खुश होने का मौका दे सकते है: रसेल

नारायण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में संन्यास से वापसी कर वेस्टइंडीज को खुश होने का मौका दे सकते है: रसेल

:   Modified Date:  May 23, 2024 / 06:23 PM IST, Published Date : May 23, 2024/6:23 pm IST

चेन्नई, 23 मई (भाषा) सुनील नारायण ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में संन्यास से वापसी नहीं करने का मन बना लिया है लेकिन वेस्टइंडीज के उनके साथी आंद्रे रसेल का मानना है कि वह ऐसे खिलाड़ी है जिसकी कमी टीम को महसूस हो रही है।

रसेल ने कहा कि नारायण संन्यास से वापसी कर कैरेबियाई देशों को खुश होने का मौका दे सकते हैं।

इस 35 साल के अबूझ स्पिनर ने 2023 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए अपना आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय 2019 में खेला था।

वह आईपीएल के इस सत्र गेंद और बल्ले से कमाल के प्रदर्शन से वह सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले खिलाड़ी साबित हुए हैं। उन्होंने 13 मैचों में एक शतक और तीन अर्धशतक की मदद से 482 रन बनाये हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 179.85 का रहा है। नारायण ने इसके साथ ही 22 की औसत से 16 विकेट लिये हैं। उन्होंने बड़े स्कोर वाले इस आईपीएल सत्र में सात से कम के इकॉनोमी रेट से रन खर्च किये हैं।

रसेल ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ के कार्यक्रम ‘क्रिकेट लाइव’ पर कहा, ‘‘ ईमानदारी से कहूं तो मैं सुनील के लिए बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि 500 रन के करीब पहुंचना कोई मजाक नहीं है। वह प्रमुख गेंदबाज होने के नाते जो चार ओवर गेंदबाजी करते हैं और इस सत्र उनके नाम 16 विकेट भी हैं। यह उसके अंदर की हरफनमौला खिलाड़ी को दर्शाता है।’’

नारायण के प्रदर्शन से केकेआर आईपीएल के फाइनल में पहुंचने में सफल रही है।

रसेल ने अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाले विश्व कप के लिए उनसे वापसी की गुजारिश की।

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगाता है उन्हें वापसी के बारे में सोचना चाहिये। टीम चयन से दो सप्ताह पहले मैं उनका मन टटोलने की कोशिश कर रहा था। (शेरफेन) रदरफोर्ड और मैंने उनसे बात करने की कोशिश की और कहा कि सिर्फ इस विश्व कप के लिए क्या आप संन्यास वापस ले सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ वह ऐसे खिलाड़ी है जिसकी कमी टीम को महसूस हो रही है। लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने अपना मन बना लिया है और मैं भी उसके निर्णय का सम्मान करता हूं। मेरा मानना है कि अगर वह अपना फैसला बदलते हैं तो पूरा वेस्टइंडीज खुश होगा।’’

भाषा आनन्द नमिता

नमिता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)