अगर रिवर्स स्विंग है तो ‘मैजिक’ खोजने की जरूरत नहीं : जसप्रीत बुमराह |

अगर रिवर्स स्विंग है तो ‘मैजिक’ खोजने की जरूरत नहीं : जसप्रीत बुमराह

अगर रिवर्स स्विंग है तो ‘मैजिक’ खोजने की जरूरत नहीं : जसप्रीत बुमराह

:   Modified Date:  February 3, 2024 / 08:10 PM IST, Published Date : February 3, 2024/8:10 pm IST

विशाखापत्तनम, तीन फरवरी (भाषा) जसप्रीत बुमराह ने शनिवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ एक के बाद एक खतरनाक गेंद फेंकी जिससे वह भारत में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज करने में सफल रहे लेकिन उनका मानना है कि अगर गेंद ‘रिवर्स’ हो रही है तो कोई ‘मैजिक’ (जादू) ढूंढने की जरूरत नहीं है।

इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन इस 30 साल के गेंदबाज ने गेंद को रिवर्स कर अंतिम दो सत्र में तीन खतरनाक स्पैल डाले जिससे वह 15.5 ओवर में 45 रन देकर छह विकेट चटकाने में कामयाब रहे।

उनके इस कमाल के प्रदर्शन से इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 253 रन पर सिमट गयी और मेजबानों ने 143 रन की बढ़त हासिल की।

श्रृंखला के शुरूआती मैच में भी उन्हें रिवर्स स्विंग से फायदा मिला था लेकिन शनिवार को उन्होंने इससे भी बेहतर प्रदर्शन किया।

बुमराह ने जिस तरह गेंद को दोनों ओर मूव करते हुए जो रूट, जॉनी बेयरस्टो और ओली पोप के विकेट झटके उसे देखना दिलचस्प था।

सोशल मीडिया पर उनके पोप को इनस्विंगर यॉर्कर से बोल्ड करने का वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है।

बुमराह से जब मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अगर आप भारत के विकेट लेना चाहते हो तो आपको रिवर्स स्विंग गेंदबाजी करना सीखना होगा। शायद मैंने पांरपरिक स्विंग से पहले रिवर्स स्विंग करना सीखा क्योंकि आप धीमे विकेटों पर काफी क्रिकेट खेलते हो। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये आप समझते हो कि आपको यहां कैसे गेंदबाजी करनी होगी। आपको तरीका ढूंढना होता है, ऐसे कौन सा क्षेत्र है जहां आप हिट कर सकते हो। इसलिये नेट में आप इस तरह का काफी अभ्यास करते हो और विकेट चटकाने के लिए इसे आजमाने की कोशिश करते हो। ’’

पोप को आउट करने से पहले वह क्या सोच रहे थे तो इस पर बुमराह ने कहा, ‘‘उस समय गेंद काफी सख्त थी। हां, उस समय कुछ रिवर्स स्विंग थी। रिवर्स स्विंग में आपको प्रत्येक गेंद को जादुई गेंद फेंकने की जरूरत नहीं होती। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कुछ बाहर जाती गेंद फेंकी थी और मेरे दिमाग में चल रहा था कि मुझे कौन सी गेंद फेंकनी चाहिए? लेकिन मैंने तब तक यॉर्कर नहीं डाली थी। तो मैंने सोचा कि चलो जोखिम लिया जा सकता है और मैंने ऐसा किया और यह काफी स्विंग हुई। मैंने अच्छी तरह इसे फेंका जिससे मैं बहुत खुश हूं। ’’

भाषा नमिता

नमिता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)