अब संयमित, आध्यात्मिक और परिपक्व क्रिकेटर इशान किशन की निगाहें भविष्य पर
अब संयमित, आध्यात्मिक और परिपक्व क्रिकेटर इशान किशन की निगाहें भविष्य पर
कोलकाता, 19 दिसंबर (भाषा) इशान किशन के हाव भाव में परिपक्वता साफ झलकती है क्योंकि झारखंड को पहली सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी दिलाने की खुशी और भारत की टी20 विश्व कप टीम चयन से एक दिन पहले उनके भविष्य को लेकर बनी अनिश्चितता दोनों पर उनकी प्रतिक्रिया एक समान ही है।
उनके पिता प्रणव पांडेय ने पीटीआई को बताया कि अब उनकी भावनाएं भगवद गीता के श्लोकों के अनुरूप हो गई हैं। किशन अब वर्तमान में जीते हैं और उनके लिए इस समय सबसे अहम है झारखंड की मुश्ताक ट्रॉफी में जीत।
किशन ने शुक्रवार को रांची हवाईअड्डे पर जोरदार स्वागत के बाद कहा, ‘‘बहुत अच्छा खेले, बहुत मजा आया। आगे भी बात होगी और ऐसे ही जीतते रहेंगे। ’’
किशन की कप्तानी में झारखंड ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में हरियाणा को 69 रन से हराया। बाएं हाथ के बल्लेबाज किशन टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, उन्होंने 10 पारियों में 57.44 के औसत और 197 से अधिक के स्ट्राइक रेट से 517 रन बनाए।
फाइनल में किशन ने 49 गेंद में 101 रन की विस्फोटक पारी खेली और यह टूर्नामेंट में उनका पांचवां शतक था। इसके साथ ही उन्होंने भारत के टी20 सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा के एक टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी की।
वह अब बहुत शांत दिखते हैं और उनकी प्रतिक्रिया में दिखावा नहीं बल्कि सादगी थी। उन्होंने कहा, ‘‘जीत अच्छी थी, बहुत खुशी हुई और जब टूर्नामेंट शुरू होंगे तो उसमें भी जीतकर आएंगे। ’’
इशान और झारखंड टीम का घर पर उत्साहपूर्वक स्वागत किया गया।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज और झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) के सचिव सौरभ तिवारी के साथ टीम का हवाई अड्डे पर ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत हुआ।
खिलाड़ियों को माला पहनाई गई, स्टेडियम में सम्मानित किया गया और बाद में उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर भी मुलाकात की।
तो क्या 2024 की शुरुआत में केंद्रीय अनुबंध और भारतीय टीम में जगह गंवाने के बाद आई मुश्किलों से उबरने के बाद इशान किशन की वापसी है? यह तो समय ही बताएगा। लेकिन इसने उन्हें अपनी आध्यात्मिक पहचान खोजने में मदद जरूर की।
इशान के पिता प्रणव पांडेय पेशे से व्यवसायी हैं और उन्होंने ही इशान को अपनी परेशानियों का हल निकालने के लिए गीता पढ़ने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी मां ने मुझे गीता पढ़ने को कहा था। इसलिए मैंने इशान को गीता पढ़ने की सलाह दी। मेरी मां ने कहा था कि अगर तुम बहुत तनाव में हो तो अपने मन में सवाल रखकर गीता खोलिए। जो पन्ना खुले, उसे पढ़ो, वहीं सवाल का जवाब मिल जाएगा। मैंने इशान से भी यही करने को कहा। ’’
अब यह इशान की आदत बन चुकी है। उन्होंने कहा, ‘‘गीता हमेशा उसके साथ रहती है। वह उसे अपने किट बैग में रखता है। जरूरत महसूस होने पर पढ़ता है। वह जहां भी जाता है, पॉकेट गीता साथ रखता है। कुछ भी होता है, तो वह उसे खोलकर पढ़ता है। ’’
पांडेय के मुताबिक इस आध्यात्मिक मजबूती का असर इशान की बल्लेबाजी में भी साफ दिखता है।
उन्होंने कहा, ‘‘भगवद गीता किसी भी व्यक्ति को हर समय सहारा देने की शक्ति देती है। उसकी परिपक्वता बढ़ी है, उसकी बल्लेबाजी में ठहराव आया है। अब वह ज्यादा जिम्मेदारी लेता है, मानसिक रूप से ज्यादा मजबूत हो गया है और जल्दबाजी में शॉट्स नहीं खेलता। ’’
पांडेय ने एक घटना का जिक्र किया जो इशान की बदली सोच को दर्शाती है। उन्होंने कहा, ‘‘नॉटिंघमशर के साथ काउंटी क्रिकेट खेलते समय वह चोटिल हो गया था। करीब 20 दिन का ब्रेक था और इसी दौरान वह मोटरसाइकिल से दुर्घटना का शिकार हो गया। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘दोस्त की नयी मोटरसाइकिल टेस्ट ड्राइव करते वक्त उसे ज्यादा अनुभव नहीं था और वह गिर पड़ा जिससे उसके पैर में चोट आई और टांके लगाने पड़े। ’’
यह घटना उस समय हुई जब इंग्लैंड में चोटिल ऋषभ पंत के विकल्प के रूप में इशान को भारतीय टीम में शामिल किए जाने की संभावना थी। लेकिन इस दुर्घटना के कारण उनकी जगह एन जगदीशन को टीम में शामिल किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘उस समय इशान बहुत निराश था। अब वह पूरी तरह ठीक है। वह अब अपनी भावनाएं नहीं दिखाता, लेकिन माता-पिता होने के नाते हम उसकी मनस्थिति समझ सकते थे। ’’
पांडेय का मानना है कि इशान की इस वापसी में अध्यात्म की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने कहा, ‘‘उसने जो आध्यात्मिकता अपनाई है, उसी ने इस बदलाव में अहम भूमिका निभाई है। ’’
इशान का करियर अब अच्छी तरह पटरी पर लौट रहा है और इसकी पहली झलक मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने वाली झारखंड टीम को झारखंड क्रिकेट संघ द्वारा दिया गया दो करोड़ रुपये का पुरस्कार है।
संघ के अध्यक्ष अजय नाथ शाह देव ने कहा कि इस ऐतिहासिक जीत ने राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींचा है और उन्हें पूरा भरोसा है कि इशान जल्द ही भारतीय टीम में वापसी करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम चैंपियन हैं और पूरे देश ने इस जीत पर ध्यान दिया है। मुझे पूरा यकीन है कि इशान भारतीय टीम में वापस लौटेंगे। ’’
भाषा नमिता मोना
मोना

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