आरकेएफसी अध्यक्ष ने घाटी की खेल गतिविधियों से रीजीजू को अवगत कराया

आरकेएफसी अध्यक्ष ने घाटी की खेल गतिविधियों से रीजीजू को अवगत कराया

आरकेएफसी अध्यक्ष ने घाटी की खेल गतिविधियों से रीजीजू को अवगत कराया
Modified Date: November 29, 2022 / 07:54 pm IST
Published Date: October 27, 2020 12:12 pm IST

नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर (भाषा) रीयल कश्मीर एफसी (आरकेएफसी) की गतिविधियों के कारण केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के शहरी इलाके से लेकर संवेदनशील पुलवामा, बांदीपोरा या सोपोर जैसे क्षेत्रों को फुटबॉल के जुनून ने अपनी चपेट में ले लिया है।

आरकेएफसी के अध्यक्ष संदीप चट्टू ने मंगलवार को केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रीजीजू से मुलाकात की और उन्हें घाटी में क्लब द्वारा फुटबॉल को बढ़ावा देने की दिशा में किए जा रहे कामों से अवगत कराने के साथ समस्याओं से भी अवगत कराया।

फुटबॉल के प्रति प्रतिबद्धता से प्रभावित होकर रीजीजू ने क्लब को पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया।

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रीजीजू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में फुटबॉल के साथ-साथ सभी खेलों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’

खेल मंत्री ने कहा, ‘‘ मैं सभी खेल परियोजनाओं की समीक्षा के लिए जल्द ही कश्मीर का दौरा करूंगा।’’

लगभग आधे घंटे तक चली बैठक से चट्टू संतुष्ठ नजर आये।

चट्टू ने कहा, ‘‘ मैंने मंत्री को उन खेल गतिविधियों से अवगत कराया जो हम कर रहे है। हमने इस बारे में भी बात की कि कैसे फुटबॉल कश्मीर की लोगों की पसंद बन गया है। सिर्फ फुटबॉल ही नहीं वहां अन्य खेल गतिविधियां भी नियमित रूप से आयोजित की जा रही हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘चाहे वह शहर का मुख्य इलाका हो या कुपवाड़ा, सोपोर, पुलवामा, बांदीपोरा शोपियां या अनंतनाग, यह हर जगह खेल का आयोजन हो रहा है और उन्हें इस तरह से खेलते हुए देखना अद्भुत अनुभूति है।’’

उन्होंने कहा कि इस जगहों की स्थानीय टीमें रीयल कश्मीर टीम की रिजर्व खिलाड़ियों के खिलाफ खेलती है। रीयल कश्मीर के पास सीनियर पुरूष टीम और रिजर्व टीम के अलावा एक अंडर-19 और एक अंडर-13 पुरूष टीम है। इसके अलावा उनके पास महिलाओं के लिए अंडर-17 और अंडर-14 टीम है।

उन्होंने रीजीजू के साथ बैठक में दिसंबर में शुरू होने वाली आई-लीग सत्र के लिए आरकेएफसी विदेश खिलाड़ियों और कोच डेविड रोबर्टसन सहित दूसरे सहयोगी सदस्यों को वीजा मिलने में हो रही परेशानी से भी अवगत कराया।

भाषा आनन्द पंत

पंत


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