स्पिनरों की मददगार वानखेड़े की पिच पर गेंद की दिशा में खेलना जरूरी: गिल

स्पिनरों की मददगार वानखेड़े की पिच पर गेंद की दिशा में खेलना जरूरी: गिल

स्पिनरों की मददगार वानखेड़े की पिच पर गेंद की दिशा में खेलना जरूरी: गिल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:09 pm IST
Published Date: December 3, 2021 7:14 pm IST

मुंबई, तीन दिसंबर (भाषा) भारत के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने शुक्रवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन से स्पिनरों की मददगार रही वानखेड़े की पिच पर गेंद की दिशा खेलने की जरूरत पर जोर दिया।

बाइस साल के गिल ने 71 गेंदों पर 44 रन बनाए लेकिन एक बार फिर अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे।

उन्हें बाएं हाथ के स्पिनर एजाज पटेल ने आउट किया, जिन्होंने पहले दिन पवेलियन लौटने वाले चारों भारतीय बल्लेबाजों के विकेट झटके।

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गिल ने दिन के खेल के बाद कहा, ‘‘मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था और यह मेरे लिए बड़ा मौका था, लेकिन दुर्भाग्य से मैं इससे (बड़ी पारी) चूक गया। इस पिच पर तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा कुछ नहीं था लेकिन स्पिनरों को मदद मिल रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ कोई-कोई गेंद अधिक स्पिन हो रही थी और रूक कर आ रही थी। मुझे हालांकि लगता है कि दिन का खेल जैसे-जैसे आगे बढ़ा, पिच सामान्य होने लगी। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ गेंद की दिशा में खेलना महत्वपूर्ण है। अगर यह स्पिन हो रही है, तो स्पिन के साथ खेलने से बचना चाहिये। अगर ज्यादा स्पिन होती है तो आपको उम्मीद करनी होगी यह आपके बल्ले के बाहरी किनारे से नहीं टकराये। आप कोशिश करते हैं खासकर बाएं हाथ के स्पिनरों के खिलाफ पगबाधा ना हो।’’

गिल अपना 10वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं लेकिन अभी तक शतक नहीं बना पाए हैं। उन्होंने अब तक 18 पारियों में चार अर्धशतक लगाए हैं। उन्होंने इस बात पर जो दिया कि शतक लगाने में विफलता के पीछे उनकी एकाग्रता कोई मुद्दा नहीं है।  टेस्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 91 है।

उन्होंने कहा, ‘‘ दुर्भाग्य से मैंने इन 10 मैचों में अभी तक शतक नहीं बनाया है लेकिन यह मेरी एकाग्रता के कारण नहीं है। मुझे लगता है कि अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना वास्तव में मेरी ताकत है।’’

दिन का खेल खत्म होने तक 120 रन बनाकर नाबाद रहे अपने सलामी जोड़ीदार मयंक अग्रवाल के बारे में गिल ने कहा, ‘‘यह बेहतरीन पारी है, वह पूरी तरह से दृढ़ संकल्प है और शानदार पारी खेल रहे हैं। एक दिन में 250 गेंदें खेलकर नाबाद रहना शानदार है।’’

भाषा आनन्द पंत

पंत


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