Bilaspur Temple Controversy: मंदिर बना क्रिसमस पार्टी का स्पॉट! परिसर में खुलेआम खाने के लिए परोसा जा रहा था नॉनवेज, जैसे ही खुला राज, मच गया बवाल

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में मंदिर परिसर में आयोजित क्रिसमस पार्टी को लेकर विवाद गहरा गया है।

Bilaspur Temple Controversy: मंदिर बना क्रिसमस पार्टी का स्पॉट! परिसर में खुलेआम खाने के लिए परोसा जा रहा था नॉनवेज, जैसे ही खुला राज, मच गया बवाल

Bilaspur Temple Controversy

Modified Date: December 17, 2025 / 11:07 am IST
Published Date: December 17, 2025 11:05 am IST
HIGHLIGHTS
  • मंदिर परिसर में क्रिसमस पार्टी को लेकर विवाद
  • आयोजन समिति पर धारा 151 के तहत कार्रवाई
  • बिना अनुमति हुआ था कार्यक्रम का आयोजन

Bilaspur Temple Controversy: बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में मंदिर परिसर में आयोजित क्रिसमस पार्टी को लेकर विवाद गहरा गया है। इस मामले में पुलिस ने आयोजन समिति पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए धारा 151 के तहत कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि ईसाई समुदाय की नवजीवन सेवा समिति द्वारा यह आयोजन किया गया था, जिसके लिए पूर्व में किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई थी। कार्यक्रम की सूचना मिलते ही क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।

मंदिर परिसर में क्रिसमस पार्टी का आयोजन

जानकारी के अनुसार, मंदिर परिसर में क्रिसमस पार्टी के दौरान नॉनवेज भोजन और गिफ्ट वितरण की व्यवस्था की गई थी। जैसे ही इस आयोजन की खबर स्थानीय हिन्दू संगठनों को मिली, उन्होंने मौके पर पहुंचकर आपत्ति दर्ज कराई और हंगामा शुरू हो गया। संगठनों का आरोप है कि मंदिर परिसर की पवित्रता का उल्लंघन किया गया और बिना अनुमति धार्मिक स्थल का उपयोग निजी आयोजन के लिए किया गया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।

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सिरगिट्टी थाना पुलिस मौके पर पहुंची

हंगामे की सूचना मिलते ही सिरगिट्टी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत कर शांति बनाए रखने की अपील की। इसके साथ ही हिन्दू संगठनों की ओर से पुलिस में लिखित शिकायत भी दी गई, जिसमें आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने प्रारंभिक जांच की और शांति भंग की आशंका को देखते हुए धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की।

पुलिस अधिकारियों का क्या कहना है

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी सार्वजनिक या धार्मिक स्थल पर आयोजन के लिए प्रशासनिक अनुमति अनिवार्य होती है। बिना अनुमति इस तरह के कार्यक्रम से कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है और आयोजकों से संबंधित दस्तावेजों व अनुमति को लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि आगे से ऐसे किसी भी आयोजन से पहले नियमों का पालन करना जरूरी होगा।

वहीं, इस घटना के बाद क्षेत्र में शांति बनी हुई है, लेकिन मामला संवेदनशील होने के कारण पुलिस सतर्क है। प्रशासन ने सभी समुदायों से आपसी सौहार्द बनाए रखने और किसी भी आयोजन से पहले विधिवत अनुमति लेने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति दोबारा उत्पन्न न हो।

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लेखक के बारे में

पत्रकारिता और क्रिएटिव राइटिंग में स्नातक हूँ। मीडिया क्षेत्र में 3 वर्षों का विविध अनुभव प्राप्त है, जहां मैंने अलग-अलग मीडिया हाउस में एंकरिंग, वॉइस ओवर और कंटेन्ट राइटिंग जैसे कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिया। IBC24 में मैं अभी Trainee-Digital Marketing के रूप में कार्यरत हूँ।