श्रीकांत को 2022 में लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिये गलतियों पर काबू करना होगा : गोपीचंद

श्रीकांत को 2022 में लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिये गलतियों पर काबू करना होगा : गोपीचंद

श्रीकांत को 2022 में लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिये गलतियों पर काबू करना होगा : गोपीचंद
Modified Date: November 29, 2022 / 08:17 pm IST
Published Date: December 21, 2021 12:00 pm IST

नयी दिल्ली, 21 दिसंबर ( भाषा ) मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने विश्व चैम्पियनशिप में ऐतिहासिक रजत पदक के लिये किदाम्बी श्रीकांत की तारीफ की है लेकिन कहा कि अगले व्यस्त वर्ष में लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिये उसे अपनी गलतियों पर काबू रखना होगा ।

दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत ने रविवार को विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता और यह कमाल करने वाले वह भारत के पहले पुरूष खिलाड़ी बन गए ।

श्रीकांत फाइनल में 9 . 3 और 18 . 16 की बढत बनाने के बावजूद लो कीन यू से हार गए ।

 ⁠

गोपीचंद ने पीटीआई से कहा ,‘‘मैच दर मैच श्रीकांत के प्रदर्शन में निखार आता गया । इस साल की शुरूआत में उसके भीतर आत्मविश्वास नहीं था लेकिन ली जी जिया और केंतो मोमोता जैसे खिलाड़ियों के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन से उसका आत्मविश्वास बढा ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ उसका फॉर्म समय पर लौट आया लेकिन अगले साल राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेल जैसे कई बड़े टूर्नामेंट होने है और उसे अपनी गलतियों पर काबू करना होगा ताकि इनमें अच्छा प्रदर्शन कर सके ।’’

श्रीकांत ने पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में पुरूष एकल खिताब जीता और मिश्रित टीम स्वर्ण भी अपने नाम किया था । उन्होंने 2017 में पांच में से चार सुपर सीरिज खिताब जीते थे । ऐसा कारनामा ली चोंग वेइ, लिन डैन और चेन लोंग जैसे खिलाड़ी ही कर सके थे । साल के आखिर में हालांकि फ्रेंच ओपन में उनके घुटने में चोट लगी जो राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के दौरान बढ गई ।

उन्होंने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल 2018 में स्वर्ण पदक जीता और अप्रैल में एक सप्ताह के लिये दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी भी रहे । घुटने और एड़ी की चोट के कारण वह हालांकि तोक्यो ओलंपिक नहीं खेल सके चूंकि कोरोना महामारी के कारण तीन क्वालीफायर रद्द हो गए थे ।

गोपीचंद ने कहा ,‘‘ लगातार टूर्नामेंट होने के कारण कई बार खिलाड़ी के लिये चोट से उबरना मुश्किल हो जाता है ।श्रीकांत के साथ भी ऐसा ही हुआ चूंकि उसने ओलंपिक क्वालीफिकेशन के कारण वापसी में जल्दबाजी की ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ स्पेन में उसे तीन गेम के मैच खेलते देखकर अच्छा लगा । वह सुदीरमन कप से लगातार खेल रहा है जो अच्छा संकेत है ।’’

भारत के तीन खिलाड़ी विश्व चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे। एच एस प्रणय क्वार्टर फाइनल में हार गए जबकि लक्ष्य सेन सेमीफाइनल तक पहुंचे जिसमें उन्हें श्रीकांत ने हराया ।

गोपीचंद ने कहा ,‘‘ इन खिलाड़ियों को अंतिम आठ में पहुंचते देखकर अच्छा लगा । लक्ष्य और प्रणय ने भी अच्छा प्रदर्शन किया । आगामी अहम सत्र से पहले यह शुभ संकेत है ।’’

भाषा

मोना

मोना


लेखक के बारे में