हम चीनी ताइपे को बड़े अंतर से हराना चाहते थे: महिला कबड्डी टीम की कोच तेजस्विनी बाई

हम चीनी ताइपे को बड़े अंतर से हराना चाहते थे: महिला कबड्डी टीम की कोच तेजस्विनी बाई

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  • Publish Date - December 12, 2025 / 03:05 PM IST,
    Updated On - December 12, 2025 / 03:05 PM IST

मुंबई, 12 दिसंबर (भाषा) विश्व चैंपियन भारतीय महिला कबड्डी टीम की कोच तेजस्विनी बाई ने कहा कि खिताबी मुकाबले में उनकी टीम की तैयारी चीनी ताइपे को और बड़े अंतर से हराने की थी।

भारत ने पिछले महीने ढाका में आयोजित 11 टीमों के टूर्नामेंट के फाइनल में चीनी ताइपे को 35-28 से शिकस्त देकर खिताब अपने नाम किया था।

इस टूर्नामेंट का आयोजन दो बार टलने के बाद 12 साल के अंतराल पर बांग्लादेश की राजधानी में हुआ।

भारतीय कोच वी तेजस्विनी बाई ने प्रो कबड्डी लीग की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में कहा, ‘‘ हम एशियाई खेलों में भी चीनी ताइपे का सामना कर चुके थे, उस समय ग्रुप चरण का मुकाबला बराबरी पर छूटा था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ इसका फाइनल भी काफी करीबी रहा था और हम सिर्फ एक अंक से जीत दर्ज कर पाये थे। इसलिए हमने उन मैचों के आधार पर अपनी रणनीति बनाई क्योंकि हम उन्हें बड़े अंतर से हराना चाहते थे।’’

भारत की पूर्व खिलाड़ी तेजस्विनी ने इस खिताब का श्रेय खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और विश्व कप से पहले आयोजित दो शिविर को दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं 2023 से कोचिंग दे रही हूं और यह सफर बहुत खास रहा है। लड़कियों ने बहुत मेहनत की है। इस सफलता का श्रेय खिलाड़ियों, सहायक स्टाफ और संघ को जाता है। टीम ने एकजुटता और अनुशासन दिखाया जिसकी वजह से हमें यह परिणाम मिला।’’

भारतीय कप्तान रितु नेगी ने कहा कि फाइनल मुकाबले में चोट के कारण बाहर होने के बावजूद उन्हें चैंपियन बनने का पूरा भरोसा था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे ज्यादातर मैच एकतरफा रहे लेकिन सेमीफाइनल में ईरान की टीम ने कड़ी चुनौती दी।”

नेगी ने कहा कि 12 साल बाद दूसरी बार विश्व कप जीतना उनकी टीम के लिए बेहद खास था।

उन्होंने कहा, “विश्व कप हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण था क्योंकि यह 12 साल बाद हो रहा था। जब हम अभ्यास शिविरों में थे, तब इसे दो बार स्थगित किया गया था। हम इस बात से बेहद उत्साहित थे कि यह भारत में आयोजित हो रहा है।”

इस विश्व कप का आयोजन पहले इस साल जून में बिहार और फिर अगस्त में हैदराबाद में होना था लेकिन यह टल गया।

उन्होंने कहा, ‘‘जब इसे स्थगित किया गया तो हमें बहुत बुरा लगा और अब जब यह आखिरकार आयोजित हो गया है तो हमें बहुत खुशी है कि हम विश्व चैंपियन बनकर लौटे हैं।’’

भाषा आनन्द नमिता

नमिता