‘रेमडेसिविर की चोरी नहीं धांधली हुई’ स्टोर रूम में मिले 70 फीसदी रेमडेसिविर.. बाकी 30 फीसदी इंजेक्शन का बंदरबाट

'रेमडेसिविर की चोरी नहीं धांधली हुई' स्टोर रूम में मिले 70 फीसदी रेमडेसिविर.. बाकी 30 फीसदी इंजेक्शन का बंदरबाट

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  • Publish Date - April 21, 2021 / 05:54 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

भोपाल, मध्यप्रदेश। भोपाल अस्पताल से गायब हुए 800 से ज्यादा रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में नया और बड़ा खुलासा हुआ है। क्राइम ब्रांच का दावा है कि। गायब हुई रेमडेसिविर में से 70 फीसदी इंजेक्शन स्टोर रूम में ही मिली है। और बाकी 30 फीसदी का बंदरबाट हुआ है। क्राइम ब्रांच के एडिशनल एसपी गोपाल धाकड़ इसे चोरी नहीं मान रहे।

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उनका कहना है कि। यह बहुत बड़ी धांधली और सोची-समझी साजिश है।. जिसे चोरी का रूप दिया गया है। तफ्तीश में सामने आया कि बार कोड से मिलान करने पर 70 प्रतिशत इंजेक्शन वहीं मिले। 30 प्रतिशत इंजेक्शन हॉस्पिटल प्रबंधन के साथ सौरभ दत्ता, गौरव बुंदेला, वंश, हनी सिंह, सोहेल कम्प्यूटर वाला और सुभाष के बीच बंदरबांट हुआ है ।

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जिसके चलते मिलान नहीं हो पा रहा है। FSL रिपोर्ट भी कह रही है कि। खिड़की भी अंदर की तरफ से काटी गई है। लिहाजा तफ्तीश की सुई अब हॉस्पिटल और स्टोर के बीच अटक गई है।

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लेकिन इससे यह भी सामने आ रही है कि। ऐसी धांधली न जाने कितने सालों से चल रही होगी। फिलहाल अब अमानत में ख्यानत और चोरी की साजिश रचने की धाराओं के एंगल से केस दर्ज हो सकता है।