कृषि मंत्री चौबे का ऐलान- एनीकट कैसे बनते थे, टूट-फूट कैसे होती थी, ठेके कैसे देते थे, यह सब जांच का विषय

कृषि मंत्री चौबे का ऐलान- एनीकट कैसे बनते थे, टूट-फूट कैसे होती थी, ठेके कैसे देते थे, यह सब जांच का विषय

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  • Publish Date - February 14, 2019 / 08:02 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:11 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के पांचवे दिन प्रश्नकाल में विपक्ष ने अपने सवालों से सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश की, इस दौरान हास परिहास का भी दौर चला। प्रश्नकाल के दौरान सत्ता पक्ष के ही अरूण वोरा ने हाईब्रीड बीज की उपलब्धता पर सवाल खड़े किए।

कांग्रेस सदस्य अरूण वोरा ने पूछा कि हाई ब्रीड बीज कहां-कहां उपलब्ध कराया गया है, प्रदेश के किसी भी बीज उपलब्ध नहीं है। मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि नरवा,घुरवा, गरवा-बारी के तहत बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि बीज खरीदी की एक प्रक्रिया है, उसके तहत के खरीदी की जाती है। बीज के गुणवत्ता की जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि 3 जगहों के बीज अमानक पाए गए, उनका विरतण रोका गया है। बारी को लेकर कार्ययोजना बनाई जाएगी।

वहीं भाजपा के नारायण चंदेल ने जांजगीर चांपा जिले के डभरा सब डिवीजन के काडा नाली निर्माण की जानकारी मांगी। इस पर विभागीय मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि 299.99 लाख रुपए की लागत से काडा नाली का निर्माण किया जा रहा है। इस पर सदस्य ने कहा कि कागजों में काम हो रहा है। मंत्री ने कहा कि ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत आती है तो, जांच कराई जाएगी।

इस दौरान जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने सदन में ऐलान किया कि एनीकट में गड़बड़ी की जांच कराई जाएगी। यह मामला कांग्रेस विधायक संतराम नेताम ने उठाया था। उन्होंने केशकाल विधानसभा क्षेत्र में एनीकट, स्टॉपडेम और चेकडेम के निर्माण में गड़बड़ी का मामला उठाया। इस पर मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा-पिछली सरकार में एनीकट कैसे बनते थे, टूट-फूट कैसे होती थी। ठेके कैसे दिया जाते थे। यह तो सब जांच का विषय है। संतराम नेताम ने पूछा कि क्या गड़बड़ी की जांच कराई जाएगी। रवींद्र चौबे ने कहा- यह गंभीर मामला है। करोड़ों रूपए का एनीकट बना और ध्वस्त हो गया। जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई लंबित है। उन्होंने कहा कि हम जहां-जहां गड़बड़ी हुई है, वहां-वहां जांच कराएंगे। कार्रवाई भी करेंगे।

प्रश्नकाल के दौरान ही कांग्रेस विधायक दलेश्वर साहू ने कृषि मेला में रोटरी क्लब को राशि दिए जाने पर सवाल उठाया। इसका जवाब देते हुए कृषि मंत्री ने कृषि संचालक से जांच कराने की बात कही। कृषि मेले में 5 लाख खर्च कर युवराज भैंस लाया गया था। कृषि मंत्री ने जवाब दिया कि नस्ल सुधार के लिए प्रदर्शन करने लाया गया था। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सांड को लाने से फायदा क्या हुआ। वहीं जोगी कांग्रेस के अजीत जोगी ने पूछा कि छत्तीसगढ़ में सांड नहीं मिला क्या। इस पर JCCJ विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि संतरा काजू किशमिश खाने वाले सांड को प्रदेश में बुलाने वाले अधिकारी का नागरिक अभिनंदन होना चाहिए। इसे लेकर सदन में हास परिहास होता रहा।

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जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने पेंड्रा रोड अंतर्गत नहर निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि केनाल सिस्टम ठीक से नहीं बना है। क्या उसकी जांच करा कर उसके दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। इस पर अपने जवाब में मंत्री रविन्द्र चौबे ने स्वीकार किया कि नहर में टूट-फूट हुई है। उन्होंने कहा कि चीफ इंजीनियर को भेजकर इसकी जांच कराएंगे