रायपुर। आसाराम को रेप केस में उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आसाराम चौक का नाम बदलने का भरोसा दिलाया है। छत्तीसगढ़ सरकार भी मध्यप्रदेश के सीएम का अनुसरण करते हुए राज्य में आसाराम की सलाह पर शुरू किए गए मातृ-पितृ दिवस को बंद करने का फैसला लेगी। राज्य के स्कूलों में हर साल 14 फरवरी को मातृ-पितृ दिवस मनाया जाता है। जिसमें आसाराम की साहित्य का भी प्रचार किया जाता है।
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रेप केस में आसाराम को अदालत ने दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। इस फैसले के बाद मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज सिंह से गैस पीड़ित संगठनों ने आसाराम चौक का नाम बदलने की मांग की। इस पर सीएम ने ट्वीटर पर भरोसा दिलाया कि हमारे देश में संविधान, क़ानून, और जनभावना से ऊपर कुछ भी नहीं हैं, यह वह देश है जहाँ पर औरंगज़ेब रोड का भी नाम बदल दिया गया है। जल्द ही इस मामले पर भी उचित कार्यवाही करेंगे। ऐसे में छत्तीसगढ़ में भी राज्य सरकार के फैसले को पलटने की मांग उठने लगी है। राज्य में वेलेंटाइन डे के दिन मातृ-पितृ दिवस आसाराम की सलाह पर मनाया जाता है। इस दिन राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में माता पिता को बुलाकर बच्चों से पूजा करवाई जाती है। इस दिन आसाराम की साहित्य और आडियो-वीडियो के जरिए उनके प्रवचन भी प्रसारित किए जाते हैं। आसाराम जब से जेल में तभी से इस कार्यक्रम को बंद करने की मांग उठती रही है। अब तो अदालत का फैसला भी आ गया है. लिहाजा मध्यप्रदेश सरकार की तरह छत्तीसगढ़ में भी इस पर रोक लगने की मांग उठना स्वाभाविक है।
वेब डेस्क, IBC24
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