रायपुर। चुनाव के समय प्रत्याशियों और नेताओं के दीपावली गिफ्ट पर निर्वाचन आयोग ने कड़ी नजर जमा रखी है। छत्तीसगढ़ में सामान्यत दीपावली के समय नेताओं, विधायक,मंत्रियों और सांसदों द्वारा अपने खास मित्रों को गिफ्ट देने की परंपरा है। इस बार दीपावली और विधान सभा चुनाव एक साथ आने की वजह से नेता–मंत्री खुलकर गिफ्ट नहीं बाट पा रहे हैं क्योंकि चुनाव के दौरान किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़े व्यक्ति के द्वारा किसी भी प्रकार का गिफ्ट देना आचार संहिता के उलंघन में आता है।यही वजह है कि निर्वाचन आयोग सभी पार्टी के प्रत्याशियों और नेताओं पर कड़ी नजर रखे हुए है।
इस पर भाजपा के रायपुर पश्चिम के प्रत्याशी राजेश मूणत का कहना है कि वे दीपावली के समय गिफ्ट की परंपरा से हमेशा दूर रहे हैं। ऐसे मौकों पर वे दोस्तों को या तो अपने घर बुला लेते है या फिर उनके घर खुद चले जाते है। रायपुर उत्तर के भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद सुंदरानी का कहना है कि निवार्चन आयोग की यह सख्ती उचित है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस के रायपुर ग्रामीण के प्रत्याशी सत्यनारायण शर्मा का कहना है कि वे त्योहार में लोगों का दुख बांटने की कोशिश करते हैं। चुनाव में निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन तो करना पड़ेगा।
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वहीं दीपावली के समय मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स का स्पेशल गिफ्ट पैकेट तैयार करने वाले व्यापारियों का कहना है कि हर साल दीपावली के समय उन्हें नेताओं का बड़ा आर्डर मिलता था। लेकिन इस बार चुनाव की वजह से नेता खुलकर आर्डर नहीं दे पा रहे हैं। इससे उनका धंधा भी प्रभावित हुआ है ।
वेब डेस्क, IBC24
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