चार गांवों के वोटर्स को बिना बताए 12 किमी दूर शिफ्ट कर दिया मतदान केंद्र, ग्रामीण टेंट लगाकर बैठे

चार गांवों के वोटर्स को बिना बताए 12 किमी दूर शिफ्ट कर दिया मतदान केंद्र, ग्रामीण टेंट लगाकर बैठे

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  • Publish Date - November 12, 2018 / 09:14 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:56 PM IST

कांकेर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान जारी है लेकिन नक्सल प्रभावित इलाके में निर्वाचन आयोग ने लापरवाहीपूर्वक काम करते हुए बिना जानकारी दिए चार गांवों के मतदान केंद्र को 12 किलोमीटर दूर शिफ्ट कर दिया। संवेदनशील माने जाने वाले गांव रावस, आमापानी, पर्रेदोड़ा और निशानहर्रा के मतदान केंद्र को यहां से 12 किलोमीटर दूर ठेमा गांव में शिफ्ट कर दिया गया लेकिन इसकी जानकारी मतदाताओं को नहीं दी।

ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं कि निर्वाचन अधिकारियों के इस गैरजिम्मेदाराना कृत्य के चलते इलाके के करीब 700 मतदाताओं को अपने मताधिकार से वंचित होना पड़ सकता है। ग्रामीणों का ये भी कहना है कि वर्ष 2008 से इलाके में नक्सलियों की गतिविधियां कम हो गई है इसलिए नक्सल हमले का खतरा भी नहीं है। इसके बाद भी बिना सूचना दिए मतदान केंद्र शिफ्ट कर दिया गया।

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स्थिति यह थी कि मतदाता सुबह 7 बजे से मतदाता स्कूल के बाहर टेंट लगाकर वोट डालने का इंतजारबैठे हैं। उनकी मांग है कि ठेमा गांव दूर अधिक होने के कारण वहां जाना संभव नहीं है इसलिए आमापानी गांव में ही मतदान दल को लाया जाए।