रायपुर। नान घोटाला मामले में राज्य शासन के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की गई है। डीजी मुकेश गुप्ता और एसपी रजनेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है। ईओडब्ल्यू ने दोनों पर एक दिन पहले ही एफआईआर दर्ज की थी। दोनों पर नान घोटाला मामले पर फोनटेप करने के साथ सबूतों में छेड़छाड़ करने का आरोप है।
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दोनों अफसरों के खिलाफ करीब 12 अलग-अलग धाराओं के तहत केस रजिस्टर किया गया है। DG और SP जैसे अफसरों के खिलाफ अपराध दर्ज करने का छत्तीसगढ़ का ये शायद पहला मामला है। मुकेश गुप्ता और रजनेश सिंह पर मिथ्या साक्ष्य गढ़ने, अपराधिक साजिश रचने, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, अवैध रुप से फोन टैपिंग कराने के साथ ही न्यायालयीन प्रक्रिया को गुमराह करने का केस रजिस्टर किया गया है। मुकेश गुप्ता पर ये आरोप भी है कि नान घोटाले की जांच करते वक्त उन्होंने जब्त हुई केस डायरी के कुछ पन्नों को जांच में शामिल नहीं किया।
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नान घोटाले की जांच कर रही SIT ने मामले में नए तथ्यों के सामने आने के बाद ये कार्रवाई की है। आपको बता दें कि जब नान घोटाले की जांच EOW को सौंपी गई थी, तो मुकेश गुप्ता ACB के ADG थे, जबकि रजनेश सिंह ACB के एसपी थे। दोनों अफसरों के खिलाफ EOW ने धारा 166, 166 A,(B) 167, 193, 194, 196, 201, 218, 466, 467, 471, 120B के अलावा भारतीय टेलिग्राफ़ एक्ट 25, 26 सहपठित धारा 5 (2) के तहत केस रजिस्टर किया है।