डीजीपी उपाध्याय ने कहा- पुलिस परिवार को भड़काने वालों की जानकारी, कर रहे हैं चर्चा
डीजीपी उपाध्याय ने कहा- पुलिस परिवार को भड़काने वालों की जानकारी, कर रहे हैं चर्चा
रायपुर। छत्तीसगढ़ के डीजीपी अमरनाथ उपाध्याय ने पुलिस परिवार के आंदोलन पर कहा है कि पुलिस खुद अनुशासन में नहीं रहेगी तो दूसरों को अनुशासन में कैसे रखेगी। कुछ सेवा निवृत्त कर्मचारियों के बहकावे में ऐसा काम कर रहे है, जिससे पुलिस बदनाम हो रही है। उन्होंने कहा कि ये बहकावे की कार्रवाई जो कर रहे है वे अपने निजी स्वार्थ के लिए कर रहे हैं। उन्हें पुलिस की भलाई की चिंता नहीं है। हमें उनकी जानकारी है।
एक प्रेसवार्ता में डीजीपी उपाध्याय ने कहा कि पुलिस को अब तक जो मिला है, वह किसी आंदोलन की वजह से नहीं मिला है। पुलिस को सब कुछ उसके काम के आधार पर मिलता है। पुलिस का बल 3 गुना से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि 18 साल में जब जब जिस चीज जरूरत हुई सरकार ने उसे पूरा किया है। प्रशिक्षण संस्थान खोले। बिना आंदोलन के भत्ते बढ़ाए, नक्सल प्रभावित इलाकों में 50 प्रतिशत भत्ता दिया जा रहा है। नक्सल क्षेत्रों के अलावा भी अन्य क्षेत्रों में संसाधन बढ़ाए गए है। अभी कुछ जरूरतें पूरी की जानी हैं वे प्रक्रियाधीन है। डीजीपी ने कहा कि आंदोलन से कुछ नहीं होगा।
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उन्होंने कहा, मुझे गर्व है कि पुलिस कर्मी अनुशासन में है। जो भड़काने वाले है उनसे चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस परिवार का तरीका गलत है। छत्तीसगढ़ ने कभी नक्सलियों से लड़ने वालों के लिए घटिया समान नहीं खरीदा। वहीं महासमुंद में विधायक के साथ मारपीट मामले पर उन्होंने कहा कि शिकायत नहीं मिली। मामले की दंडाधिकारी जांच की जा रही है।
वेब डेस्क, IBC24

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