सिलेंडर बदलने के दौरान धमाका, झुलसने से नवजात के साथ 6 लोगों की हालत गंभीर

सिलेंडर बदलने के दौरान धमाका, झुलसने से नवजात के साथ 6 लोगों की हालत गंभीर

  •  
  • Publish Date - April 5, 2019 / 06:56 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:58 PM IST

कवर्धा। कवर्धा के कैलाश नगर में शुक्रवार सुबह सिलेंडर बदलते वक्त फटने से छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए। इनमें आठ माह की बच्ची सहित दो महिलाएं व तीन पुरूष शामिल है। सभी को रायपुर रेफर कर दिया गया हैं। सिलेंटर फटने का कारण लिकेज होना बताया जा रहा है। पुलिस ने गैस एजेंसी के संचालकों को इस मामले में तलब किया गया है।

पढ़ें- टाटीबंध चौक का बदलेगा स्वरूप, बढ़ते हादसों को लेकर पुलिस ने NHAI को भेजा नोटिस

हादसा शिक्षक बीएल चंद्रवंषी के घर हुआ है। गैस खत्म होने के बाद उनकी पत्नी रानी चद्रवंषी ने सिलेंडर बदला। लेकिन बदले गए सिलेंडर से गैस की बदबू आने पर पड़ोंसियों को बुलाकर सिलेंडर सुधारने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान जोर के धमाके के साथ सिलेंडर में फट गया।

पढ़ें- गोद लेकर बच्चियों को यातनाएं देने वाला दंपत्ति गिरफ्तार, शारीरिक प्…

धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के लोग चैक गए। 500 मीटर तक लोगों को धमाके की आवाज सुनाई दी। गैस फटने से पडोसी धन्नू निषाद, दीपचंद चंद्रवंषी, मंजूलता चंद्रवंषी, रानी चंद्रवंषी, मधूर चंद्रवंषी व 8 वर्षीय बच्ची भूमिका चंद्रवंशी भी झूलस गई। धमाके से धन्नू चंद्रवंषी 100 प्रतिशत जल चुका है वहीं बाकि भी 80 प्रतिशत तक जल चुके है।

पढ़ें- सीएम भूपेश बघेल का प्रधानमंत्री मोदी पर प्रहार, 19 सवालों से मांगा पांच साल में किए वादों का हिसा…

मोहल्लेवासियों ने मामले की सूचना पुलिस व फायर बिग्रेड को दी। दमकल ने टीम ने सिलेंडर फटने से भड़की आग पर काबू पाया। वहीं घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान सभी की गंभीर हालत को देखते हुए रायपुर रेफर कर दिया गया है।  वहीं जिला अस्पताल में इलाज के दौरान भी डाक्टरों की मनमानी देखी गई। ड्यूटी पर नए डॉक्टर होने की बात कहते हुए उन्हें रायपुर रेफर करने के लिए मेडिकल रिपोर्ट बनाने में आनाकानी करने लगे। जिसके कारण मरीजों को डेढ घंटे तक अस्पताल में ही रखा गया। बाद में बड़े अधिकारियों के आने पर घायलों को रेफर किया गया है। पूरे मामले में गैंस एजेंसी संचालकों की लापरवाही नजर आ रही है। एजेंसी के संचालक द्वारा सिलेंडर को बिना जांच के ही घर में छोड़ दिया जाता है। यही कारण इस प्रकार की दुर्धटनाएं होती रहती है। हालांकि पुलिस जांच के बाद मामले में दोषियों पर कार्रवाई की बात कह रही है।