अशोक नगर। बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई कराने के नाम पर अशोकनगर और गुना जिले की 10 बच्चियों को अवैधानिक रूप से बीना के पीपरखेड़ी स्थित यूफ्रेसिया भवन में रखा गया था। जिनको न तो उनके पालकों से मिलने दिया जाता था न ही उनको बाहर जाने की परमिशन थी।
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अशोकनगर की रहने वाली 10 वर्षीय बच्ची की सजगता से अब बच्चियां अपने घर पहुंच गई है। सोमवार को बाल कल्याण समिति ने गुना की 9 और अशोकनगर की 1 बच्ची को उनके पालकों के सुपुर्द कर दिया है। 6 जुलाई को इन बच्चियों को बीना भेजा गया था। गुना की एक महिला ने बच्चियों के पालकों को अच्छी पढ़ाई करवाने और अच्छे रहन सहन का आश्वासन दिलाया था।
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बच्ची ने बताया कि हमको बोला जाता था कि मम्मी पापा को याद मत किया करो। अब तुमको यही रहना है। बोलते थे तुमको अच्छे से पढ़ाएंगे, स्कूल भेजेंगे और नौकरी भी लगवाएंगे। ओर लड़कियां मुझसे उम्र में छोटी थी। हमारे साथ मारपीट की जाती थी।
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मारपीट से मैं रोती थी मेरी रोने की आवाज सुनकर वहां लोगों ने अधिकारियों से शिकायत की थी। जिसके बाद हम छूट पाए। उसकी मां ने बताया कि उससे गुना की एक महिला ने बोला था कि तुम्हारी बच्ची को भी पढ़ने के लिए भेज दो। उसने गुना की 9 बच्चियों को भी भेजा था।