राज्यपाल के अभिभाषण पर भिड़े सत्ता पक्ष-विपक्ष, भूपेश ने कहा- सभी वर्गों का ध्यान, रमन बोले- नहीं दिखी सरकार की नीतियां
राज्यपाल के अभिभाषण पर भिड़े सत्ता पक्ष-विपक्ष, भूपेश ने कहा- सभी वर्गों का ध्यान, रमन बोले- नहीं दिखी सरकार की नीतियां
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सोमवार को सदन में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद पक्ष और विपक्ष में बहस का नजारा दिखा। एक ओर जहां सदन के नेता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सभी वर्गों का उल्लेख है तो वहीं दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्यपाल के अभिभाषण को निराशाजनक बताया।
इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की पांचवीं विधानसभा के प्रथम सत्र के अवसर पर मैं आप सबका हार्दिक अभिनंदन करती हूं। उन्होंने सदन में निर्वाचित होकर आए सभी सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि मेरी सरकार भारत की गरिमामय विरासत का सम्मान करते हुए कल्याणकारी राज्य की अवधारणा के अनुरूप जनहित के नए इतिहास रचेगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ सहित देश के क्रांतिकारियों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि मेरी सरकार उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता से किए संकल्पों को पूर्ण करने के लिए पहले दिन से ही निर्णय लेने की शुरूआत कर दी है। उन्होंने किसानों की कर्जमाफी से लेकर धान खरीदी दर और लिंकिंग कर्ज माफी का भी उल्लेख किया। झीरम घाटी घटना की एसआईटी जांच, टाटा इस्पात संयंत्र के लिए अधिग्रहित भूमि को लौटाना, छोटे भूखंड की रजिस्ट्री, चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई जैसे निर्णयों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ जनभागीदारीयुक्त समृद्ध गांव के सपने को पूरा करने के लिए कृत संकल्प है।
उन्होंने नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में शांति बहाल करने के लिए पीड़ित पक्षों से चर्चा करने निर्दोष लोगों को राहत दिलाने संबंधी सरकार के वादे का भी उल्लेख किया और कहा कि हम सबको मिलकर छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वप्नदृष्टा डॉ. खूबचंद बघेल के सपने को पूरा करना है।
इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सभी वर्गों को ध्यान में रख कर अभिभाषण में उल्लेख है। समुचित विकास को लेकर अभिभाषण हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने 15 साल में प्रदेश को खोखला किया है, अब सरकार 15 दिन भी इंतज़ार नहीं कर पा रही है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि शराब बंद कराई जाएगी, बिजली बिल माफ किया जाएगा, शार्ट टर्म लोन को माफ किया जाएगा , ऐसे कुछ भी राज्यपाल के अभिभाषण में नजर नहीं आया। इसमें सरकार की नीतियों को नहीं दिखाया गया। इससे इनकी नीति जाहिर हो गई है। कांग्रेस सिर्फ बड़े-बड़े वादे करके घोषणा पत्र लाई है, लेकिन कोई वादा पूरा करने की बात राज्यपाल के अभिभाषण में नही दिखा है। सरकार सभी मुद्दों में सरकार पलट रही है। जैसे प्याज की परत हटती है वैसे ही इनके वादे हैं
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वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण बहुत संक्षिप्त था, बहुत सीमित और निराशाजनक था। किसानों को लेकर जो क़र्ज़ माफ़ी का ज़िक्र था, वो बहुत अल्प था। शराबबंदी का उल्लेख भी नहीं था। नक्सलवाद पर सरकार का कोई ठोस प्रयास नहीं दिखा। अभिभाषण में नक्सल मामले के कुछ ठोस क़दम नहीं था। इसी तरह बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष बघेल के संरक्षण में विधान सभा के पास धारा 144 का उलंघन किया गया। कांग्रेसी सड़कछाप राजनीति कर हैं और सरकार हमें संसदीय ज्ञान सीखा रही है। इतिहास में राज्यपाल का इतना छोटा ज्ञापन कभी नहीं आया है। इससे पता चलता है कि सरकार में इच्छा शक्ति की कमी है।

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