भाजपा छोड़ने का खडसे का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण : दानवे

भाजपा छोड़ने का खडसे का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण : दानवे

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  • Publish Date - October 21, 2020 / 10:48 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:47 PM IST

औरंगाबाद, 21 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री रावसाहब दानवे ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे के पार्टी छोड़ने के फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए बुधवार को कहा कि उनके मुद्दों को समय के साथ हल किया जा सकता था।

राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख और राज्य में मंत्री जयंत पाटिल ने बुधवार को कहा कि खडसे शुक्रवार को शरद पवार नीत पार्टी में शामिल होंगे।

खडसे को भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर 2016 में देवेंद्र फडणवीस नीत सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वह उसके बाद से नाराज चल रहे थे।

दानवे ने एक टीवी चैनल से कहा कि बाजार समिति के अध्यक्ष से लेकर राज्य में मंत्री पद तक खडसे का भाजपा में लंबा करियर था।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘कुछ वजहों से, वह राजनीति की मुख्य धारा से दूर थे, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि खडसे को भाजपा छोड़ देना चाहिए था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।’

दानवे ने कहा, ‘खडसे के मुद्दों को सुलझा लिया जाता, लेकिन इसके लिए समय की जरूरत थी। कुछ कानूनी बातें थीं और उनके साफ होने के बाद पार्टी उनके साथ न्याय करती।’’

उन्होंने कहा कि खडसे अब जिस पार्टी (राकांपा) में जा रहे हैं, उसने उनकी पहले ‘काफी आलोचना की थी।

दानवे ने कहा, ‘‘खडसे अब सब कुछ भूल गए हैं और उसी पार्टी में जा रहे हैं, जिसने उनकी आलोचना की थी।’

उन्होंने कहा कि खडसे ने राज्य में भाजपा के प्रसार में योगदान दिया और ‘यह खडसे के लिए चुनौतीपूर्ण समय था और पार्टी ने उन्हें समझाने की पूरी कोशिश की।’

भाषा

अविनाश दिलीप

दिलीप