जान पर भारी टारगेट, नसंबदी के बाद मर्दों की तबीयत बिगड़ी

जान पर भारी टारगेट, नसंबदी के बाद मर्दों की तबीयत बिगड़ी

जान पर भारी टारगेट, नसंबदी के बाद मर्दों की तबीयत बिगड़ी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:48 pm IST
Published Date: December 29, 2017 10:03 am IST

बिलासपुर में सरकारी नसबंदी कैंप में लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। इस बार पुरुषों के नसबंदी कैंप में गड़बड़ी हुई है। कोटा ब्लॉक में नसबंदी कैंप में टारगेट पूरा करने और संख्या बढ़ाने के नाम पर ऐसे पुरुषों को भी शामिल कर लिया गया, जिनकी नसबंदी पहले दो-दो बार फेल हो गई थी।

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आरोप है, कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इन्हें पैसों का लालच देकर कैंप ले आए और ऑपरेशन कर दिया गया। जिसके बाद 4 लोगों की हालत बिगड़ने पर उन्हे बिलासपुर के सरकंडा, सीपत चौक स्थित डॉक्टर साव के नर्सिंग होम में भेजा गया, जबकि इन्हें सिम्स या सरकारी अस्पताल में दाखिल करना था।

        

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ये भी आरोप हैं, कि मीडिया और आला अधिकारियों से मामला छिपाने के लिए चारों को निजी हॉस्पिटल भेजा गया। हालांकि अब इनकी हालत खतरे से बाहर है, लेकिन ये डरे हुए हैं। बताया जा रहा है, कि इनका फिर ऑपरेशन किया जाएगा। जब मीडियाकर्मी इनसे मिलने पहुंचे तो ना यहां स्वाथ्य विभाग का कोई अधिकारी था और ना ही नर्सिंग होम के संचालक डॉक्टर साव।

 

वेब डेस्क, IBC24


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