जंगल की जमीन और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के बीच अटका मॉडल कॉलेज का निर्माण

जंगल की जमीन और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के बीच अटका मॉडल कॉलेज का निर्माण

जंगल की जमीन और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के बीच अटका मॉडल कॉलेज  का निर्माण
Modified Date: November 29, 2022 / 08:17 pm IST
Published Date: July 2, 2018 8:03 am IST

जगदलपुर।  करीब 25 एकड़ में अत्याधुनिक सुविधाओं वाले मॉडल कॉलेज के निर्माण का मामला बड़े छोटे झाड़ के जंगल की जमीन में अटक गया है, पूर्व बस्तर कलेक्टर अमित कटारिया ने बस्तर विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए करीब 25 एकड़ जमीन का चयन किया था, यहां मॉडल कॉलेज बनाया जाना था, इस मॉडल कॉलेज के निर्माण के लिए रूसा द्वारा ग्रांट मिलना था, पर पहली किस्त के बाद जब कॉलेज से दस्तावेज मंगाए गए तो जिस जमीन पर मॉडल कॉलेज का निर्माण कर रहा है, वह जमीन रिकॉर्ड में वन भूमि दर्ज है। 

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 ऐसे में यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने ने तकनीकी कारणों से ग्रांट देना बंद कर दिया है, जिससे बीते 6 महीनों से मॉडल कॉलेज का निर्माण अटक गया है।हालांकि कॉलेज प्रबंधन ने भी जिला प्रशासन को इस मामले में पत्र लिखकर आवश्यक कार्यवाही पूरी करने की मांग की है, पर अब इस पूरे मामले में लंबा वक्त भी लग सकता है। 

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कॉलेज प्रबंधन का कहना है, कि वह अन्य उपायों पर भी विचार कर रही है, जिससे मॉडल कॉलेज का निर्माण बेहतर तरीके से किया जा सके।बता दें कि  फ़िलहाल इस मॉडल कॉलेज की नींव रख दी गई है और करीब 25 लाख रू. की लागत से इसका आरंभिक कार्य भी पूरा कर दिया गया है, पर अब यह मॉडल कॉलेज कितने वर्षों में बनेगा इसका अनुमान लगाना मुश्किल है।यहां ये बताना जरुरी है की बस्तर संभाग में अपनी तरह का यह पहला अत्याधुनिक आवासीय मॉडल कॉलेज बनने जा रहा था। 

वेब डेस्क IBC24


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