मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ आवाज उठाई थी : योगी | Mukherjee had raised his voice against those who played with the unity and integrity of the country: Yogi

मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ आवाज उठाई थी : योगी

मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ आवाज उठाई थी : योगी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:46 PM IST, Published Date : July 6, 2021/2:51 pm IST

लखनऊ, छह जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मंगलवार को कहा कि देश के इस महान सपूत ने भारत की एकता और अखंडता को चोट पहुंचाने वालों के खिलाफ आवाज उठाई।

योगी ने यहां मुखर्जी की 121वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मुखर्जी देश की एकता और अखंडता के मजबूत पक्षधर थे और उन्होंने अंतिम सांस तक इसके लिए संघर्ष किया।

उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी देश की पहली सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। बाद में कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति से नाराज होकर उन्होंने अलग रास्ता चुना और देश की एकता और अखंडता के साथ खिलवाड़ कर रहे लोगों के खिलाफ आवाज उठाना शुरू किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जम्मू कश्मीर एक नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है और यह सब कुछ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सपना पूरा होने की वजह से हो रहा है।

एक अन्य कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी ‘जीवन एवं विचार’ विषय पर व्याख्यान में कहा, ‘‘डॉ मुखर्जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं, आज वह हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके विचार आज भी हमारे बीच जिंदा हैं। उन्हें श्रेष्ठ शिक्षाविद, विधि विशेषज्ञ, कुशल उद्योग मंत्री, कुशल संगठनकर्ता, राष्ट्रभक्त, किसी भी संप्रदाय का विरोध नहीं करने वाले एवं भारत को एकता के सूत्र में बांधने वाले नेता के रूप में जाना जाता है।’’

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ मुखर्जी ने भारत की औद्योगिक नीति के निर्माण और लघु उद्योगों को बढ़ावा देने में योगदान दिया। उन्होंने देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान का विरोध किया था और सामाजिक परिवर्तन की एक अलग लौ जगाई थी।

गौरतलब है कि मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के खिलाफ एक अभियान चलाया था और 1953 में इसी सिलसिले में हिरासत में लिए जाने के बाद हाजत में ही उनकी मृत्यु हो गई थी। मुखर्जी द्वारा स्थापित जनसंघ से ही बाद में भाजपा ने जन्म लिया और अगस्त 2019 में संविधान संशोधन कर केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया।

भाषा सलीम जफर अर्पणा

अर्पणा

 

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