छत्तीसगढ़ में महिला स्व-सहायता समूहों के कामों को नीति आयोग ने सराहा, सीताफल पल्प प्रोसेसिंग मशीन से आत्मनिर्भर बन रहीं महिलाएं

छत्तीसगढ़ में महिला स्व-सहायता समूहों के कामों को नीति आयोग ने सराहा, सीताफल पल्प प्रोसेसिंग मशीन से आत्मनिर्भर बन रहीं महिलाएं

  •  
  • Publish Date - December 21, 2020 / 11:09 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:46 PM IST

रायपुर। भारत सरकार के नीति आयोग ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ में महिला स्व-सहायता समूह के आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम की सराहना की है। नीति आयोग ने अपने अधिकारिक ट्वीटर एकाउंट में ट्वीट कर छत्तीसगढ़ के आकांक्षी जिले कांकेर में सीताफल पल्स प्रोसेसिंग मशीन के माध्यम से महिलाओं की आर्थिक समृद्धि का उल्लेख किया है।

ये भी पढ़ें: वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा का निधन, कल ही मनाया था अपना 93वां जन्मदिन

आयोग ने ‘बढ़ते कदम आत्मनिर्भरता की ओर’ के टैग लाईन से लिखा है कि आकांक्षी जिले कांकेर के कई गांवों में सीताफल पल्प प्रोसेसिंग मशीन लगाई गई है। जिसका संचालन महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जा रहा है। इनके द्वारा सीताफल के पल्प को संरक्षित कर बाजार में आकर्षक मूल्यों में विक्रय किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें: लापता मां-बेटी की कुएं में मिली लाश, मायके वालों ने पति और देवर पर …

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>बढ़ते कदम आत्मनिर्भरता की ओर I