नीतीश ने रघुवंश प्रसाद सिंह के साथ हुए व्यवहार का हवाला देते हुए राजद पर साधा निशाना | Nitish targets RJD citing behaviour with Raghuvansh Prasad Singh

नीतीश ने रघुवंश प्रसाद सिंह के साथ हुए व्यवहार का हवाला देते हुए राजद पर साधा निशाना

नीतीश ने रघुवंश प्रसाद सिंह के साथ हुए व्यवहार का हवाला देते हुए राजद पर साधा निशाना

नीतीश ने रघुवंश प्रसाद सिंह के साथ हुए व्यवहार का हवाला देते हुए राजद पर साधा निशाना
Modified Date: November 29, 2022 / 08:26 pm IST
Published Date: October 26, 2020 3:21 pm IST

वैशाली, 26 अक्तूबर (भाषा) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को दिवंगत रघुवंश प्रसाद सिंह के साथ कथित व्यवहार का जिक्र करते हुए विपक्षी राजद और उसके नेता तेजस्‍वी यादव को घेरने का प्रयास किया।

वैशाली में एक चुनावी सभा को संबोधित हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोग अपने परिवार को छोड़कर और किसी को अपना नहीं मानते हैं।

नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘जो रघुवंश बाबू 1990 से लगातार उनका (राजद) साथ देते रहे, उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया। जब रघुवंश बाबू की तबीयत खराब थी तब उनके साथ कैसा व्‍यवहार किया गया।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि रघुवंश बाबू से उनके सम्‍बन्‍ध जेपी आंदोलन और आपातकाल के समय से थे। केंद्र में मंत्री के तौर पर उन्होंने विशेष काम किया और जो कुछ उनसे संभव हुआ वह किया।

लालू परिवार पर परोक्ष निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आज जो लोग सत्ता हासिल करने के चक्कर में समाज में फिर से टकराव पैदा करना चाहते हैं, उनके लोगों ने कैसा व्यवहार किया। यह दुखद है।’’

बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के लोग किसी को अपना नहीं मानते, इन लोगों के लिये पति, पत्‍नी, बेटा, बेटी के अलावा कोई नहीं। उन्‍होंने कहा, ‘‘इनके लिए सिर्फ परिवार है, जबकि हमारे लिए बिहार ही परिवार है।’’

गौरतलब है कि रघुवंश प्रसाद सिंह राजद के वरिष्ठ नेता थे और केंद्र में संप्रग सरकार में मंत्री भी रहे थे। हालांकि रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने अंतिम दिनों में एम्स, दिल्ली से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को भेजे गए पत्र में लिखा था कि ‘‘जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपके पीछे खड़ा रहा, लेकिन अब नहीं।’’

सिंह का हाल ही में निधन हो गया।

नीतीश ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमारी पार्टी में सिर्फ सेवा करना सिखाया जाता है, जबकि विपक्षी पार्टी में होता है…. मेवा चाहिए, माल चाहिए।’’

राजद से अलग होने की परिस्थितियों की जानकारी देते हुए नीतीश ने कहा, ‘‘आप बताइये कि एक साल आठ महीने के बाद हम इनसे (राजद से) कैसे अलग हुए। जो मामला चला, उस पर हमने कहा कि वे आरोप पर स्थिति स्पष्ट कर दें लेकिन वे (राजद नेतृत्व) स्थिति स्पष्ट करने की स्थिति में नहीं थे।’’

राजद नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सरकार में रहते हुए पार्टी के नेताओं ने गड़बड़ी शुरू कर दी और लगने लगा कि उनके साथ काम करना असंभव है।

भाषा दीपक वैभव

वैभव

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