पटना, 16 जून (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को अधिकारियों से कहा कि राज्य में प्रस्तावित खेल विश्वविद्यालय में कम से कम एक तिहाई सीट छात्राओं के लिए आरक्षित की जानी चाहिए।
खेल विश्वविद्यालय से संबंधित प्रस्तावित विधेयक के प्रस्तुतीकरण के अवसर पर नीतीश ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि संस्थान में न्यूनतम एक तिहाई सीट छात्राओं के लिए आरक्षित की जानी चाहिए जिससे खेल की तरफ छात्राएं और अधिक प्रेरित होंगी।
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव वंदना किनी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम बिहार खेल विश्वविद्यालय अधिनियम-2021 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि खेल विश्वविद्यालय के संबंध में प्रस्तावित विधेयक पर विस्तृत जानकारी दी गयी है तथा इसके कुछ बिन्दुओं पर और गहन विचार-विमर्श करने की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि राजगीर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम और खेल अकादमी का निर्माण कराया जा रहा है, जहाँ खेलों में रुचि रखने वाले छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा और खेल के विभिन्न आयामों की जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल विश्वविद्यालय स्थापित होने से राज्य में खेलों को काफी बढ़ावा मिलेगा और छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण दिया जा सकेगा।
भाषा अनवर धीरज नेत्रपाल
नेत्रपाल
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