56 घंटे बाद खत्म हुआ नक्सलियों के खिलाफ चला ऑपरेशन 'प्रहार' | Operation 'Prahar' against the Maoists ended after 56 hours

56 घंटे बाद खत्म हुआ नक्सलियों के खिलाफ चला ऑपरेशन ‘प्रहार’

56 घंटे बाद खत्म हुआ नक्सलियों के खिलाफ चला ऑपरेशन 'प्रहार'

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : June 26, 2017/3:33 am IST

 

नक्सलियों के ख़िलाफ चला ऑपरेशन प्रहार 56 घंटे बाद खत्म हुआ। पुलिस ने 15 से 20 नक्सलियों को मार गिराने और क़रीब 20 नक्सलियों के घायल होने का दावा किया है। वहीं  DRG के 3 जवान शहीद हुए हैं, जबकि DRG और कोबरा बटालियन के 7 जवान घायल हुए हैं। इधर बौखलाए नक्सलियों ने आज बीजापुर के गंगालूर इलाके से ऑपरेशन से लौट रहे DRG के जवानों पर गोलियां बरसाई, जिसमें 2 जवान घायल हुए हैं। नक्सलियों के ख़िलाफ़ ऑपरेशन प्रहार में पुलिस को बड़ी क़ामयाबी मिली है।

ऑपरेशन प्रहार के तहत सुकमा ज़िले के चिन्तागुफा थाने से करीब 20 किलोमीटर दूर नक्सलियों के सबसे मुश्किल इलाके में पहली बार पुलिस ने बारिश के मौसम में दस्तक दी। पुलिस को सूचना मिली थी, कि लूटे गए हथियार. नक्सली टुण्डेमरका में छुपा कर रखते हैं। लिहाज़ा जवानों को टुण्डेमरका भेजा गया, जहां नक्सलियों से उनकी मुठभेड़ हुई।

कोबरा फोर्स का सपोर्ट मिलने की वजह से जवान. नक्सलियों पर भारी पड़े। इस दौरान पुलिस ने 15 से 20 नक्सलियों को मार गिराने और क़रीब 20 नक्सलियों के घायल होने का दावा किया है। हालांकि सिर्फ एक नक्सली सेक्शन कमांडर का शव ही बरामद किया है । 

इधर दंतेवाड़ा पुलिस ने डोडीतुमनार इलाके में नक्सली कैंप ध्वस्त किया है।यहां से 5 देसी ग्रेनेड, लेथ मशीन, जनरेटर, रेडियो और दवाइयां बरामद की गई है। आशंका है, कि यहां नक्सली अपने लिये हथियार भी बनाते थे। वहीं गंगालूर थाना क्षेत्र से डीआरजी की एक टुकड़ी जब मुनगा से वापस लौट रही थी तो नक्सलियों ने हमला कर दिया। इसमें सब इंस्पेक्टर अरूण मरकाम को बाएं पैर की ऐड़ी पर गोली लगी।

इधर ऑपरेशन प्रहार के दौरान 7 जवान घायल हुए हैं। इनमें से DRG के जवान मरकाम चंद्रा और कोबरा बटालियन के जवान अंकित कुमार सिंह को इलाज के लिए रायपुर लाया गया है। वहीं पांच जवानों का पहले से ही रायपुर में इलाज चल रहा है। 

छत्तीसगढ़ पुलिस ने 3 दिनों तक चले आपरेशन प्रहार में बेहद अंदरूनी इलाके में नक्सलियों के लिए एंबुश लगाया । अफसरों का दावा है, कि इसमें उन्हे भारी सफलता मिली है। फिलहाल नक्सलियों के शव बरामद करने के लिए इलाके में सर्चिंग की जा रही है