कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से विभूषित किये जाने की नीतीश की मांग पर तेजस्वी ने किया पलटवार

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से विभूषित किये जाने की नीतीश की मांग पर तेजस्वी ने किया पलटवार

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से विभूषित किये जाने की नीतीश की मांग पर तेजस्वी ने किया पलटवार
Modified Date: November 29, 2022 / 08:07 pm IST
Published Date: January 25, 2021 1:40 pm IST

पटना, 25 जनवरी (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यह कहने पर कि उनकी

ख्वाईश है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से विभूषित किया जाय, प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने उनपर सोमवार को पलटवार किया।

नीतीश ने ट्वीट किया, ‘हमारी ख्वाईश है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से विभूषित किया जाय।’’ उन्होंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर को इस सम्मान से सम्मानित किए जाने को लेकर पूर्व में की गई अपनी पहल की चर्चा करते हुए कहा, ‘हमने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए अपनी अनुशंसा केन्द्र सरकार को पहले ही भेज दी है। इससे पहले भी वर्ष 2007, 2017, 2018 एवं 2019 में भारत रत्न के लिए इनके नाम की अनुशंसा की गई थी।’’

 ⁠

बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्वीट किया है, ‘जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देने की हमारी पुरानी माँग है। लेकिन बिहार से राजग के 40 में से 39 सांसद होने के बावजूद डबल इंजन सरकार उन्हें भारत रत्न क्यों नहीं दे रही है? क्या इसलिए कि वो वंचित समूह से संबंध रखते है? मुख्यमंत्री इसके लिए विशेष रूप से प्रधानमंत्री से क्यों नहीं मिलते?’’

उन्होंने कहा, ”नीतीश जी, माना कि भाजपा के हाथों ”बंधक” होने के बाद आप पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय का भी दर्जा नहीं दिला सकते लेकिन राजनीति से इतर कर्पूरी जी को भारत रत्न दिलाने के लिए आप हमारी माँग का समर्थन करें। क्या इसके लिए आप हमारे सांसद, विधायकों के साथ राष्ट्रपति के सामने परेड करेंगे?’’

राजद नेता तेजस्वी ने कहा, ”जननायक कर्पूरी जी को भारत रत्न के लिए मैंने शाम 4:04 बजे ट्वीट किया। मुख्यमंत्री ने 4:24 बजे दिखावटी जवाब दिया।’’ उन्होंने कहा, ”अगर वास्तव में कर्पूरी जी को भारत रत्न दिलाने की नीतीश जी की ख्वाहिश है तो क्या इस माँग पूर्ति के लिए वो हमारे साथ राष्ट्रपति के सामने परेड में सम्मिलित होंगे? अन्यथा वो पहल करें।’’

भाषा अनवर अर्पणा

अर्पणा


लेखक के बारे में