महाराष्ट्र में पिछले साल हुये विधान पार्षद चुनावों में प्रदेश भाजपा अध्क्ष ने गड़बड़ी का आरोप लगाया

महाराष्ट्र में पिछले साल हुये विधान पार्षद चुनावों में प्रदेश भाजपा अध्क्ष ने गड़बड़ी का आरोप लगाया

महाराष्ट्र में पिछले साल हुये विधान पार्षद चुनावों में प्रदेश भाजपा अध्क्ष ने गड़बड़ी का आरोप लगाया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:50 pm IST
Published Date: January 6, 2021 12:05 pm IST

मुंबई, छह जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र में पिछले साल विधान परिषद की छह सीटों पर हुये चुनाव में अनियमितता का आरोप लगाते हुये भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वह इस मामले को लेकर निर्वाचन आयोग एवं बम्बई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटायेंगे । इन चुनावों में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था ।

संवाददाताओं को संबोधित करते हुये पाटिल ने कहा कि भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों से बचने के लिये इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया जाना चाहिये ।

महाराष्ट्र में पिछले साल दिसंबर में विधान परिषद की छह सीटों के लिये चुनाव कराया गया था । इनमें से तीन स्नातक निर्वाचन क्षेत्र, दो शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र एवं एक स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र के लिये चुनाव कराया गया था ।

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इन छह सीटों में से भाजपा को केवल एक सीट मिली थी, जबकि शेष सीटें शिवसेना, राकांपा एवं कांग्रेस के खाते में गयी थी ।

पाटिल ने कहा, ‘‘भाजपा को पता चला है कि करीब 5000 खाली मतपत्र औरंगाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में मिला है जहां सत्तारूढ़ एमवीए जीती है । पुणे स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में मतदान के अंतिम एक घंटे में 137 से 157 मतदताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया । ऐसा 900 में से 300 मतदान केंद्रों पर देखा गया ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक मतदाता के मतदान की प्रक्रिया में औसतन तीन मिनट का समय लगता है । इसका मतलब है कि एक घंटे में अधिकतम 20 मतदाता मतदान कर सकते हैं । हालांकि, एक घंटे में 100 से अधिक मतदान अपने आप में संदेहास्पतद है ।’’

पाटिल ने यह भी दावा किया कि पुणे शहर के कुछ मतदाताओं को मतदान के दिन दूर के मतदान केंद्रों में जाने के लिये कहा गया था ।

उन्होंने आरोप लगाया कि स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता सूची में कुछ ऐसे मतदाताओं का नाम शामिल किया गया है जिनकी शिक्षा आठवीं कक्षा तक की हैं ।

भाषा रंजन रंजन उमा

उमा


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