हटा। हटा के महुआखेड़ा प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की जान कभी भी खतरे में पड़ सकती है। स्कूल परिसर में मौजूद बिना मुंडेर का कुंआ कभी भी नौनिहालों के लिए खतरा बन सकता है, लेकिन इसके इतर स्कूल प्रशासन को जरा भी इस बात की चिंता नहीं है। स्कूल कई सालों से इसी तरह संचालित हो रहा है।
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खतरे से अनजान छात्र बिना मुंडेर और बिना पानी के करीब 30 फ़ीट गहरे कुएं के पास छात्र उछल कूद करते रहते हैं। यहा कभी भी हादसा हो सकता है। ग्राम पंचायत गरेह अंतर्गत आने वाले महुआखेड़ा गांव की इस खुर्द शाला भवन का निर्माण करीब 20 साल पहले इस कुएं के किनारे कर दिया गया, और बाद में ग्राम पंचायत द्वारा शाला की बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया।
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लेकिन कुंए की मुंडेर में जाली लगवाई गई जिससे कुंआ आज भी जस का तस स्थित है और शाला में पढ़ने वाले 25 से अधिक बच्चे रोज इस खतरे की पाठशाला में पढ़ाई करते हैं। स्कूल में पदस्थ शिक्षिकाओं की मानें तो उन्होंने मौखिक रुप से इसकी शिकायत गांव के सरपंच और स्कूल निरीक्षण करने आये जनशिक्षक से की लेकिन कोई पहल नहीं हुई,शायद अधिकारीयों को किसी बड़े हादसे का इंतजार है तभी तो कुएं की जगह पर स्कूल बनाए जाने के बाद भी कुएं का कोई इंतजाम नहीं किया गया। सबसे बड़ा सवाल यहां जिम्मेदार अधिकारियों पर उठ रहा है जो 20 साल से इस शाला का निरीक्षण और मॉनिटरिंग करते आ रहे हैं लेकिन इस खतरनाक कुएं को अनदेखा कर रहे हैं।