कैंसर मरीजों के बाल प्रत्यारोपण की अनोखी पहल
कैंसर मरीजों के बाल प्रत्यारोपण की अनोखी पहल
भारत में पिछले साल कैंसर से करीब 6 लाख मरीजों की मौत हो गई। कैंसर के इलाज के क्षेत्र में इतनी तरक्की होने के बावजूद देश में कैंसर के मरीजों की संख्या 7.5 फीसदी बढ़ गई। कुल मिलाकर अभी भी ये एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनकर ही लोग सिहर उठते हैं। इस बीमारी के दौरान मरीजों को सिंकाई यानी कीमोथेरेपी से गुज़रना होता है, जिसके कारण बाल तेज़ी से टूटते हैं और गंजापन आ जाता है। बाल टूटने से न सिर्फ व्यक्ति अपने उम्र से कहीं ज्यादा बड़ा दिखने लगता है, बल्कि उसका आत्मविश्वास भी घट जाता है। रायपुर में कैंसर पीड़ितों की इसी आम समस्या को दूर करने की अपनी तरह की पहली और अनोखी पहल 98 हेयर स्टूडियो ने की है। हेयर बांडिंग, टेपिंग और हेयर वीविंग में अनुभवी 98 हेयर स्टूडियो ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके इस पहल की घोषणा की। इस पहल की शुरुआत करते हुए 98 हेयर स्टूडियो ने उन मरीजों से भी मीडिया की मुलाकात कराई, जिनका सबसे पहले बाल प्रत्यारोपण शुरू कर दिया गया है। हेयर स्टूडियो के निदेशक ने बताया कि इन मरीजों से कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा।
इस पहल के तहत ये हेयर स्टूडियो छत्तीसगढ़ में कैंसर पीड़ितों को बाल प्रत्यारोपण की निशुल्क सेवा शुरू की । कैंसर मरीजों को इस सेवा के लिए प्रोत्साहित करने, उनकी काउंसिलिंग के लिए कैंसर के इलाज के क्षेत्र में विश्वसनीय संजीवनी सीबीसीसी रायपुर अस्पताल भी मदद कर रहा है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान 98 हेयर स्टूडियो के डायरेक्टर प्रियंक चौधरी, संजीवनी अस्पताल के डॉक्टर यूसुफ मेमन और डॉ. अनिकेत ढोके मौजूद थे।

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