लगता है छत्तीसगढ़ में मंत्रियो के अच्छे दिन लौट गए है।हर जगह अपनी मंत्री का बोल बाला रहता है लेकिन सत्र के दौरान इन्हे भी नियमों का पालन करना होता है। कल विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान मंत्री अजय चंद्राकर और आज मंत्री रामसेवक पैकरा को सही तरह से जवाब देने की हिदायत मिली है। वाकिया कुछ ऐसा था कि जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई बसपा विधायक केशव चंद्रा ने कोरबा जिले के विकासखंड पाली अंतर्गत चैतुरगढ़ में स्वीकृत नलजल योजना में अनियमितता के मामले में सवाल उठाया जिस पर रामसेवक पैकरा ने भी कि अनियमितता पायी गयी है.और उन्होंने आगे कहा कि कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिये गये हैं।
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जवाब में पुरक सवाल करते हुए सदस्य केशव चंद्रा ने कहा कि जब अनियमितता की शिकायत सही पायी गयी है.तो फिर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है.जिस बारे में मंत्री पैकरा घुमा फिरा कर जवाब देने लगे। सही जवाब नहीं मिलने से विधानसभा अध्यक्ष गौरीॆशंकर अग्रवाल काफी नाराज़ हुए और उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ऐसे जवाब देकर आप अपनी जवाबदेही से बचने का प्रयास कर रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने रामसेवक पैकरा को कड़ी फटकार के साथ सीधे तौर पर आंसदी से दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई का करने का निर्देश जारी कर दिया। साथ ही अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह का जवाब मिलेगा तो सदन चलाने में बहुत दिक्कत होगी।