Bonus Share: 1 पर 2 बोनस शेयर की घोषणा के साथ छोटकू शेयर ने बनाया नया रिकॉर्ड, 1975% की ऐतिहासिक उछाल

जीआरएम ओवरसीज के शेयर गुरुवार को 500 रुपये के पार पहुंचकर 52 हफ्ते का नया हाई बनाया। बीएसई में इंट्राडे के दौरान 503 रुपये पर 2% की तेजी देखी गई। कंपनी ने 1 पर 2 बोनस शेयर बांटने की भी घोषणा की है।

Bonus Share: 1 पर 2 बोनस शेयर की घोषणा के साथ छोटकू शेयर ने बनाया नया रिकॉर्ड, 1975% की ऐतिहासिक उछाल

(Bonus Share, Image Credit: Meta AI)

Modified Date: November 20, 2025 / 06:32 pm IST
Published Date: November 20, 2025 6:24 pm IST
HIGHLIGHTS
  • जीआरएम ओवरसीज का शेयर 52 हफ्ते के हाई पर।
  • हर 1 शेयर पर निवेशकों को 2 बोनस शेयर मिलेंगे।
  • पिछले पांच साल में शेयरों में 1975% की बढ़त।

Bonus Share: मल्टीबैगर स्टॉक जीआरएम ओवरसीज में लगातार चौथे दिन तेजी देखने को मिली है। गुरुवार को कंपनी के शेयर 500 रुपये के पार पहुंच गए और 52 हफ्ते का नया उच्चतम स्तर बनाया। बीएसई में इंट्राडे के दौरान शेयर 2% की तेजी के साथ 503 रुपये तक पहुंचा। कंपनी ने हाल ही में अपने शेयरधारकों को 1:2 बोनस शेयर देने की घोषणा की है। यानी, हर 1 शेयर पर निवेशकों को 2 बोनस शेयर मिलेंगे। हालांकि, बोनस शेयर की रिकॉर्ड डेट अभी घोषित नहीं की गई है। इससे पहले जुलाई 2021 में भी कंपनी ने इसी अनुपात में बोनस शेयर वितरित किए थे।

स्टॉक स्प्लिट और शेयर का इतिहास

जीआरएम ओवरसीज ने अपने शेयरों का बंटवारा (स्टॉक स्प्लिट) भी किया है। नवंबर 2021 में कंपनी ने 10 रुपये फेस वैल्यू वाले शेयर को 5 टुकड़ों में बांटा, जिससे हर 2 रुपये फेस वैल्यू वाला 5 शेयर बन गया।

पिछले पांच साल में कंपनी के शेयर 1975% से अधिक की शानदार तेजी दिखा चुके हैं। 20 नवंबर 2020 को शेयर 23.62 रुपये पर थे, जबकि 20 नवंबर 2025 को यह 502.95 रुपये तक पहुंच गए। पिछले एक साल में 150% और पिछले छह महीनों में 60% से अधिक की तेजी रही।

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वित्तीय प्रदर्शन

जीआरएम ओवरसीज का कंसॉलिडेटेड मुनाफा चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 61% बढ़कर 14.76 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा 9.19 करोड़ रुपये था। कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 15% बढ़कर 362.43 करोड़ रुपये रहा। सितंबर 2025 तिमाही में कंपनी का EBITDA मार्जिन 7.32% रहा।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।