Nestle India Bonus Share: नेस्ले ने खोला खजाना! एक शेयर पर एक बोनस शेयर फ्री, निवेशकों की हुई चांदी…
Nestle India Bonus Share: नेस्ले ने खोला खजाना! एक शेयर पर एक बोनस शेयर फ्री, निवेशकों की हुई चांदी...
(Nestle India Bonus Share, Image Credit: Meta AI)
- नेस्ले पहली बार 1:1 बोनस शेयर देने जा रही है।
- 26 जून 2025 को बोर्ड मीटिंग में बोनस को मंजूरी मिली।
- जनवरी 2024 में किया था 10:1 स्टॉक स्प्लिट।
Nestle India Bonus Share: FMCG सेक्टर की प्रमुख कंपनी नेस्ले इंडिया लिमिटेड ने अपने शेयरधारकों को बड़ा तोहफा दिया है। 26 जून 2025 को हुई बोर्ड मीटिंग में कंपनी ने पहली बार 1:1 बोनस शेयर जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसका मतलब है कि अगर किसी शेयरधारक के पास एक शेयर है, तो उसे एक शेयर फ्री में मिलेगा। यह कंपनी के इतिहास में पहला अवसर है जब उसने बोनस शेयर देने का फैसला लिया है। हालांकि, यह प्रस्ताव अभी शेयरधारकों की मंजूरी और रिकॉर्ड डेट की घोषणा अभी बाकी है।
स्टॉक स्प्लिट के बाद बढ़ी पहुंच
नेस्ले ने इसके पहले जनवरी 2024 में स्टॉक स्प्लिट किया था। उस समय 10 रुपये फेस वैल्यू के एक शेयर को 1 रुपये के 10 शेयरों में विभाजित गया था। इसका मकसद छोटे निवेशकों के लिए स्टॉक को सुलभ बनाना था। उदाहरण के तौर पर, यदि किसी निवेशक के पास पहले 20 शेयर थे, तो स्टॉक स्प्लिट होने के बाद उसके पास 200 शेयर हो गए थे। किंतु कुल मूल्य में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
कंपनी डिविडेंड देने में भी अव्वल
स्टॉक स्प्लिट के बाद से नेस्ले इंडिया ने 5 बार डिविडेंड का ऐलान किया है, जिससे निवेशकों को अब तक 42.5 रुपये प्रति शेयर का फायदा मिला है। हाल ही में, 19 जून 2025 को 10 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड घोषित किया गया है, जिसके लिए रिकॉर्ड डेट 4 जुलाई 2025 तय की गई है। यानी जो निवेशक 4 जुलाई तक शेयर अपने पास रखेंगे, उन्हें ही यह डिविडेंड मिलेगा।
बोनस शेयर से निवेशकों को क्या फायदा?
बोनस शेयर वे अतिरिक्त हिस्सेदारी होती है जो कंपनियां मौजूदा शेयरधारकों को बिना किसी लागत के देती हैं। इससे न सिर्फ शेयर की लिक्विडिटी बढ़ती है, बल्कि निवेशकों का विश्वास मजबूत होता है। नेस्ले की इस ऐलान के बाद निवेशकों में उत्साह भर दिया है और आने वाले समय में इसके शेयरों में अच्छी तेजी देखने आने की उम्मीद है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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