IBC24 Swarn Sharda Scholarship 2022: Success Story of 12th Topper sanjna verma

IBC24 Swarn Sharda Scholarship 2022 : सिर पर थी घर की जिम्मेदारी और ​बीमारी से नहीं हारी हिम्मत, दृढ़ निश्चय से संजना वर्मा ने 12वीं में किया टॉप

सिर पर थी घर की जिम्मेदारी और ​बीमारी ने नहीं हारी हिम्मत! IBC24 Swarn Sharda Scholarship 2022: Success Story of 12th Topper sanjna verma

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 03:46 PM IST, Published Date : July 7, 2022/6:45 am IST

रायपुर। अपने सामाजिक सरोकारो को निभाते हुए IBC24 समाचार चैनल हर साल स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप सम्मान से जिले की टॉपर बेटियों को सम्मानित करता है। इस साल भी IBC24 समाचार चैनल की ओर से स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप दिया जा रहा है। IBC24 की ओर से दी जाने वाली स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप केवल टॉपर बेटियों को ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के प्रत्येक संभाग के टॉपर बेटों को भी दी जाएगी। बलौदाबाजार जिले की संजना वर्मा ने जिले का मान बढ़ाया है। 12वीं परीक्षा में 471 अंक हासिल किया। संजना वर्मा ने ज्ञानोदय हा. से. स्कूल, हिरमी में अपना पढ़ाई पूरी की है।

संजना वर्मा ने बताया कि “मेरी बहन की परीक्षा के दौरान ही तबियत खराब हो गई। मुझ पर घर के जिम्मेदारी आ गई। ऐसे में पढ़ाई के लिए वक्त निकालना मुश्किल था, मगर अंततः सब ठीक हो गया।“

संजना का संकल्प, अफसर बनकर कृषि विभाग में करेंगी काम

संजना वर्मा की जुूबानी…परीक्षा जैसे ही शुरू हुई, मेरी बहन की तबियत खराब हो गई। 10-15 दिन तक मम्मी-पापा रायपुर में इलाज कराने गए। घर की जिम्मेदारी भी मुझपर आ गईं। ऐसे में जो सालभर से तैयारी कर रखी थी वह काम आई। हालांकि एग्जाम के समय ठीक से रिवीजन न हो तो सारे किए-कराए पर पानी फिर जाता है। लेकिन अच्छा हुआ कि बहन भी ठीक हो गई और आज नतीजे भी वैसे आ गए जैसे मैं चाहती थी। पापा की इच्छा है वे जीवन के संघर्षों में फंसकर बड़े अफसर नहीं बन पाए, लेकिन बेटियां उनकी जरूर बनें। बस मुझे उनके इस सपने को पूरा करना है। इसीलिए मैं सुबह-शाम स्कूल के अतिरिक्त पढ़ाई को कइयों घंटे देती हूं। धैर्य के साथ एक-एक विषय को समझते हुए आगे बढ़ती हूं। पापा सीमेंट फैक्ट्री में कर्मचारी हैं। माता गृहिणी हैं। मेरी सबसे अच्छी दोस्त मेरी मां और बहन ही हैं। मैं उनके साथ हर बात शेयर करती हूं। पापा ने मेरी पढ़ाई में कोई कमी नहीं की। जो जब जरूरत पड़ी उन्होंने लाकर दिया। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि मैं इसका सही इस्तेमाल करूं। मैंने वही किया। अब बस फिलहाल में पीएटी की तैयारी करने का विचार कर रही हूं। ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की प्रिपेरेशन करूंगी। मुझे बैडमिंटन, कैरम का शौक है। संगीत भी सुनती हूं। खाली समय में गाना गाती हूं। इससे मुझे रिफ्यूल महसूस होता है। मुझे सबसे ज्यादा शांति पूजा-पाठ में मिलती है। ईश्वर की आराधना करने से मेरे मन को जो सुकून मिलता वह कहीं नहीं मिलता। आभार व्यक्त करती हूं कि मुझे स्वर्ण शारदा की इस प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप के लिए चुना गया।

 
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