Ayushman Bharat card: क्या हर साल रिन्यू करना पड़ता है आयुष्मान कार्ड? ऐसे फर्जी एजेंट लोगों को बना रहे शिकार, अच्छे से पढ़ लें ये खबर

सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के तहत जारी होने वाला आयुष्मान कार्ड आज देश की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम बन चुका है।

Ayushman Bharat card: क्या हर साल रिन्यू करना पड़ता है आयुष्मान कार्ड? ऐसे फर्जी एजेंट लोगों को बना रहे शिकार, अच्छे से पढ़ लें ये खबर

AYUSHMAN CARD/ image source: IBC24

Modified Date: December 17, 2025 / 04:51 pm IST
Published Date: December 17, 2025 4:51 pm IST
HIGHLIGHTS
  • आयुष्मान कार्ड से सालाना 5 लाख इलाज
  • कार्ड रिन्यू कराने की जरूरत नहीं
  • ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे

Ayushman Bharat card: सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के तहत जारी होने वाला आयुष्मान कार्ड आज देश की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम बन चुका है।

आयुष्मान कार्ड से सालाना 5 लाख इलाज

इस कार्ड के माध्यम से गरीब और एलिजिबल परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज सरकारी और योजना में शामिल प्राइवेट हॉस्पिटल में उपलब्ध होता है। इस योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाना और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों को चिकित्सा सुरक्षा प्रदान करना है।

कार्ड रिन्यू कराने की जरूरत नहीं

आयुष्मान कार्ड को लेकर अक्सर लोग भ्रमित रहते हैं कि क्या इसे हर साल रिन्यू कराना आवश्यक है या नहीं। असल में, एक बार कार्ड बन जाने के बाद इसे अलग से रिन्यू कराने की जरूरत नहीं होती। कार्ड तब तक वैध रहता है जब तक लाभार्थी योजना की पात्रता में शामिल रहता है। वहीं, इलाज की 5 लाख रुपये की वार्षिक सीमा हर साल अपने आप रिन्यू हो जाती है। इस प्रक्रिया में कोई अतिरिक्त फीस या रिन्यूअल प्रोसेस नहीं होती।

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ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे

हालांकि, इसी सुविधा का फायदा उठाकर कई ठग आम लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। आयुष्मान कार्ड की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही इसके नाम पर ठगी के मामले भी सामने आए हैं। जालसाज कॉल करके कहते हैं कि आपका कार्ड रिन्यू करना है या आपका नाम नई लिस्ट में आया है और इसके लिए आधार, ओटीपी या बैंक से जुड़ी जानकारी मांगते हैं। कभी-कभी फर्जी मैसेज भेजकर लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है, जिससे मोबाइल हैक हो सकता है और वित्तीय नुकसान भी हो सकता है।

केवल सरकारी पोर्टल से बनता कार्ड

इससे बचने के लिए जनता को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। सरकार कभी भी कॉल या मैसेज के जरिए पर्सनल डिटेल नहीं मांगती। सोशल मीडिया, व्हाट्सएप या किसी एजेंट के माध्यम से कार्ड बनवाने या रिन्यू कराने का कोई ऑफिशियल तरीका नहीं है। यदि कोई पैसे लेकर कार्ड बनाने की बात करता है, तो वह जालसाज हो सकता है।

लाभार्थी कैशलेस इलाज के पात्र

आयुष्मान कार्ड बनवाने का सही तरीका केवल सरकारी पोर्टल, ऑफिशियल आयुष्मान ऐप या निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से है। यहां एलिजिबिलिटी की जांच के बाद ही कार्ड जारी किया जाता है। कार्ड बन जाने के बाद इसे डाउनलोड किया जा सकता है और देशभर के लिस्टेड हॉस्पिटल में कैशलेस इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

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सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

पत्रकारिता और क्रिएटिव राइटिंग में स्नातक हूँ। मीडिया क्षेत्र में 3 वर्षों का विविध अनुभव प्राप्त है, जहां मैंने अलग-अलग मीडिया हाउस में एंकरिंग, वॉइस ओवर और कंटेन्ट राइटिंग जैसे कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिया। IBC24 में मैं अभी Trainee-Digital Marketing के रूप में कार्यरत हूँ।