8 चीते तो आ गए, 8 सालों में 16 करोड़ रोजगार क्यों नहीं आए? राहुल गांधी का PM मोदी से सवाल
Rahul's question on the issue of employment : लिखा है कि 8 चीते भारत तो आए गए लेकिन 8 सालों में 16 करोड़ रोजगार क्यों नहीं आए।
Rahul
नई दिल्ली। Rahul question on the issue of employment : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन्मदिन के मौके पर 8 चीते भारत लाए गए। चीतों को लेकर एक ओर देश में उत्साह का माहौल है। वहीं दूसरी ओर इस पर राजनीति भी शुरू हे गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीतों को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा है। राहुल गांधी में ट्वीट कर लिखा है कि 8 चीते भारत तो आए गए लेकिन 8 सालों में 16 करोड़ रोजगार क्यों नहीं आए।
यह भी पढ़ें : सिर्फ 1 हजार निवेश से हर महीने मिलेगी 20 हजार पेंशन, बुढ़ापा सिक्योर करने के लिए अपनाएं ये स्कीम
Rahul question on the issue of employment : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने लिखा- 8 चीते तो आ गए, अब ये बताइए, 8 सालों में 16 करोड़ रोजगार क्यों नहीं आए? युवाओं की है ललकार, ले कर रहेंगे रोजगार. #राष्ट्रीय_बेरोजगार_दिवस. मालूम हो कि कांग्रेस शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ के रूप में मन रही है।
यह भी पढ़ें : विकलांग हो कर भी जीता मिस्टर छत्तीसगढ़ का खिताब, रोशन किया प्रदेश का नाम… जानें कौन है ये बॉडी बिल्डिंग विजेता
राहुल गांधी के अलावा यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर चुटकी ली है। लिखा कि सबको इंतजार था दहाड़ का… पर ये तो निकला बिल्ली मौसी के परिवार का। चीतों की भारत आने को लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला था।
8 चीते तो आ गए, अब ये बताइए,
8 सालों में 16 करोड़ रोज़गार क्यों नहीं आए?युवाओं की है ललकार, ले कर रहेंगे रोज़गार।#राष्ट्रीय_बेरोजगार_दिवस pic.twitter.com/QEFUF90lkm
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 17, 2022
यह भी पढ़ें : पीएम मोदी की सभा से लौट रही बस पलटी, मची चीख पुकार, 12 महिला सहित 15 घायल
तीन दिन पहले असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर तंज कसा था। उन्होंने कहा कि देश में जब हम बेरोजगारी की बात करते हैं, मोदी चीता को भी पीछे छोड़ देते हैं। जब चीन को लेकर सवाल पूछते हैं, वे चीता से तेज भागते हैं। ऐसे मामलों में वे काफी तेज हैं। बोलने के मामले में भी वे काफी तेज हैं। हम तो कह रहे हैं कि वे थोड़ा धीमा हो जाएं।

Facebook



