Mussoorie me Ghumne ki Jagah: मसूरी जो उत्तराखंड राज्य में स्थित एक हील स्टेशन है, यह पहाड़ों की रानी के नाम से विख्यात है। इस जगह पर उपस्थित झरने, मंदिर, ऊंचे-ऊंचे पहाड़, झील और प्राकृतिक सुंदरता लोगों को यहां पर आने के लिए आकर्षित करती है। छुट्टियां बिताने के लिए मसूरी बहुत ही अच्छी जगह है। हर साल यहां पर लाखों की संख्या में पर्यटक प्रकृति का आनंद उठाने के लिए आते हैं। मसूरी घूमने का सबसे सही महीना जनवरी, मई, जून या अक्टूबर और नवंबर है।
Mussoorie me Ghumne ki Jagah: मसूरी का केम्प्टी फॉल्स देहरादून और मसूरी की सड़कों के बीच मौजूद पानी का खूबसूरत झरना है, जिसकी ऊंचाई 40 फीट है। यह समुद्र तल से लगभग 45 सौ फीट की ऊंचाई पर बसा है। इसको जॉन मैकिन द्वारा पिकनिक स्थल के रूप में बनाया गया था। हर दिन इस जगह पर लोगों की काफी भीड़ रहती है।
Mussoorie me Ghumne ki Jagah: यह चर्च लाइब्रेरी बस स्टैंड से 0.6 किमी की दूरी पर स्थित काफी प्राचीन चर्च है। इस चर्च का निर्माण ब्रिटिश समुदाय द्वारा 1836 में किया गया था। कहा जाता है हिमालय पर्वतमाला में यह सबसे पुराना चर्च है। इस चर्च में गोथिक शैली की शानदार वास्तुकला देखने को मिलती है। साथ ही चर्च के दीवारों और अंदर के हिस्से में काफी खूबसूरत सजावट किया गया है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
Mussoorie me Ghumne ki Jagah: जॉर्ज एवरेस्ट हाउस लाइब्रेरी बस स्टैंड से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो एक हेरिटेज बिल्डिंग है। यह घर सर जॉर्ज एवरेस्ट का था, जिसे 1832 ने बनाया गया था। इस बिल्डिंग को पार्क एस्टेट के नाम से भी जाना जाता है, जो क्लाउड्स एंड की ओर जाने वाली सड़क के करीब एक चट्टान के किनारे पर स्थित है। इस घर से एक तरफ दून घाटी का मनोरम दृश्य और दूसरी तरफ अगलर नदी घाटी और बर्फ से ढकी हिमालय पर्वतमाला का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है।
Mussoorie me Ghumne ki Jagah: लंढौर क्षेत्र में स्थित यह जगह मसूरी का सबसे ऊंचा स्थान है, जो मसूरी लाइब्रेरी बस स्टैंड से 5.5 किलोमीटर की दूरी पर है। लाल टिब्बा जिसका अर्थ रेट हिल है। यहाँ डिपो की उपस्थिति के कारण इसे डिपो हिल के रूप में भी जाना जाता था। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहां काफी सुंदर दृश्य प्रस्तुत होता है। यह जगह 2275 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसमें भारतीय सैन्य सेवाओं का एक शिविर, दूरदर्शन के टॉवर और ऑल इंडिया रेडियो भी हैं।
Mussoorie me Ghumne ki Jagah: मसूरी का कंपनी बाग को म्युनिसिपल गार्डन भी कहा जाता है। इसे पहले बोटैनिकल गार्डन के नाम से भी जाना जाता था। यह मसूरी लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकैडमी के पास हैप्पी वैली क्षेत्र में स्थित है, जो मसूरी लाइब्रेरी बस स्टैंड से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह गार्डन मसूरी के प्रमुख पिकनिक स्थलों में से एक है।
Mussoorie me Ghumne ki Jagah: मसूरी के शांतिपूर्ण और शांत गांव के बीच एक पहाड़ी के शिखर पर स्थित यह जगह घने जंगल वाला क्षेत्र है। प्रकृति और एडवेंचर प्रेमियों के लिए बेहद आकर्षक का जगह है। यहां से हिमालय के लुभावने और स्वर्गीय दृश्य का आनंद लिया जा सकता है।
Mussoorie me Ghumne ki Jagah: मसूरी के सुंदर नजारों का आनंद लेने के साथ ही आप यहां के स्वादिष्ट खाने का भी लुप्त उठा सकते हैं। उत्तराखंड के लोकप्रिय पर्यटन स्थल मसूरी में कई सारे रेस्तरां, फूड स्टॉल और कैफे हैं, जहां पर आपको लजीज व्यंजन परोसे जाते हैं। वहां पर चीन से लेकर भारत और यूरोप तक के व्यंजन शामिल किए जाते हैं, जिनका स्वाद बेहद ही अच्छा होता है। मसूरी के कुछ प्रसिद्ध स्थानिक भोजन इस प्रकार है।
फानू
आलू के गुटके
भांग की चटनी
मोमोज
काफुली
Mussoorie me Ghumne ki Jagah: मसूरी घूमने का खर्च आप कितने दिनों के लिए जाना चाहते हैं, उस पर निर्भर कर सकता है। यदि आप मसूरी 3 दिनों के लिए जाते हैं और अकेले जाते हैं तो किसी भी होटल में रुकने का खर्चा लगभग 2 से 3 हजार रूपये के बीच आ सकता है। खाने का खर्चा 3 दिन का 1000 से 1500 लग सकता है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा भी शामिल करना होगा।
Mussoorie me Ghumne ki Jagah: यदि आप ऐसे राज्य से आते हैं, जो उत्तराखंड से काफी दूर है और हवाई मार्ग से आते हैं तो उसका एक बार का 7 से 8 हजार रूपये का खर्चा लग सकता है। वहीं यदि आप ट्रेन या बस से आते हैं तो लगभग दो से तीन हजार में आप मसूरी घूमने जा सकते हैं। खुद के निजी वाहन में आपको ट्रांसपोर्टेशन का कम खर्चा लगेगा। इस तरीके से कुल मिलाकर मसूरी घूमने का 3 दिन का खर्चा एक व्यक्ति के लिए लगभग 10 से 15000 के बीच हो सकता है।
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