Ayodhya Deepotsav 2025: 500 वर्षों बाद अयोध्या में रचा गया ऐसा इतिहास, जब 26 लाख दीपों की रोशनी ने रात को दिन में बदला…पर कैसे ?
अयोध्या नगरी एक बार फिर इतिहास में अमर हो गई जब दीपोत्सव 2025 में 26,17,215 दीप प्रज्ज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया गया।
ayodhya deepotsav/ image source: IBC24
- अयोध्या में 26,17,215 दीपों का भव्य प्रज्ज्वलन
- 2128 अर्चकों द्वारा सरयू आरती
- दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की मान्यता
Ayodhya Deepotsav 2025: अयोध्या नगरी एक बार फिर इतिहास में अमर हो गई जब दीपोत्सव 2025 में 26,17,215 दीप प्रज्ज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया गया। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया। इस बार का दीपोत्सव न केवल भव्यता के लिहाज से ऐतिहासिक रहा, बल्कि तकनीकी और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी बेमिसाल साबित हुआ।
वैश्विक स्तर पर मिल रही पहचान
Ayodhya Deepotsav 2025: 2017 में जब पहली बार योगी सरकार ने अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत की थी, तब शायद ही किसी ने कल्पना की होगी कि आने वाले वर्षों में यह आयोजन वैश्विक स्तर पर एक पहचान बन जाएगा। 2025 में यह आयोजन अपने 9वें संस्करण में पहुंचा, और इस बार यह दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के साथ दुनिया के सामने पेश हुआ। पहला रिकॉर्ड था 26 लाख 17 हजार 215 दीपों का एक साथ प्रज्ज्वलन और दूसरा, एक साथ 2128 वेदाचार्यों, अर्चकों और साधकों द्वारा मां सरयू की भव्य आरती।
हजारों लोग हुए शामिल
Ayodhya Deepotsav 2025: इस आयोजन की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि इसमें समाज के हर वर्ग की सहभागिता रही। राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, उससे जुड़े कॉलेजों, इंटर कॉलेजों के छात्र-छात्राएं, स्वयंसेवी संस्थाएं, साधु-संत, प्रशासन, पर्यटन, संस्कृति और सूचना विभाग सहित हजारों लोगों ने इस महाआयोजन को साकार किया। 32 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने दीप प्रज्ज्वलन में भाग लेकर दीपोत्सव को जनभागीदारी का प्रतीक बना दिया।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने ड्रोन से दीपों की गिनती कर इस रिकॉर्ड को मान्यता दी और सीएम योगी को प्रमाण पत्र सौंपा। जैसे ही गिनीज प्रतिनिधियों ने रिकॉर्ड की घोषणा की, अयोध्या ‘जय श्री राम’ के नारों से गूंज उठी।
इन्हें भी पढ़ें :-

Facebook



